2017 में गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम ने की थी उप स्वास्थ्य केंद्र निर्माण की घोषणा
2019 में निर्माण कार्य शुरू हुआ ,आजतक अधूरा निर्माण नहीं हुआ पूरा
इलाज के लिए सकरैचा के लोगों को 20 किलोमीटर दूर फुलवारी स्वास्थ्य केंद्र आना पड़ता है
फुलवारी शरीफ । एक तरफ कोरोना महामारी में अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में लोगों की मौत हो रही है तो संक्रमण की चपेट में आये लोगों को समुचित चिकित्सा मुहैया नहीं हो पा रहा है. वहीं पटना के फुलवारी शरीफ प्रखंड अंतर्गत सकरैचा का उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य आधा अधूरा छोड़ दिया गया है. स्वास्थ्य उपकेन्द्र का निर्माण कार्य बंद है जिसके कारण यहाँ के ग्रामीणों में काफी गुस्सा है. ग्रामीण कहते हैं कि अगर समय पर उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूरा हो जाता तो इस आपदा में हमलोगों का एक मात्र सहारा यह स्वास्थ्य केन्द्र रहता. यहां के लोगों को बीमार पड़ने पर आज भी नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र फुलवारी शरीफ लगभग 20 किलोमीटर दूरी पर प्रखण्ड मुख्यालय कैम्पस में जाना पड़ता है. बता दें कि सकरैचा उपकेन्द्र का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 26 जनवरी 2017 को किया था.
बीएमएसआईसी के द्वारा यह निर्माण कार्य पूरा करना था, जिसका टेन्डर उपेन्द्र कुमार चौधरी ने लिया था. कोरोना और मुख्यमंत्री की बातों की अनदेखी कर विभाग और ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहे हैं. सरकार किसी भी कार्य का समय सीमा बनाती है। ग्रामीण यह जानना चाहते हैं कि क्या इस कार्य की कोई समय सीमा नहीं थी. अगर थी तो बीएमएसआईसी के दोषी अधिकारी और ठेकेदार पर कार्यवाई क्यों नहीं की गई? सीएम द्वारा शिलान्यास के दो साल बाद वर्ष 2019 जनवरी में इस उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हुआ? लेकिन अगले दो साल में डोर लेबल तक ही निर्माण कार्य कर अधूरा छोड़ा हुआ है.
इस सम्बंध में मुखिया संतोष कुमार से बातचीत करने पर राशि के अभाव में निर्माण कार्य अधूरा रहने की जानकारी दी गयी. सकरैचा मुखिया संतोष कुमार ने बताया कि ठेकेदार उपेन्द्र चौधरी से बात हुई थी ,उनका कहना था कि विभाग के द्वारा उन्हें भुगतान नहीं किया जा रहा है. साथ ही विभाग के जेई ब्रजेश से बात हुई तो उन्होंने केवल आश्वासन देते हुए बताया कि निर्माण कार्य प्रारंभ हो जायेगा लेकिन दुर्भाग्य है कि आज चार साल बाद भी उप स्वास्थ्य केन्द्र बन कर तैयार नहीं हो पाया है.
पटना से अजीत की रिपोर्ट