इस वर्ष फरवरी से मई के बीच नियुक्त प्राथमिक शिक्षकों को छठ पर्व के बाद अपने अपने नियोजन इकाई के जरिए ओरिजिनल सर्टिफिकेट देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. जिलों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश के अनुसार प्रखंड और पंचायत नियोजन इकाई में छठे चरण के तहत चयनित शिक्षकों के ओरिजिनल सर्टिफिकेट कैंप लगाकर वापस किए जाएंगे. हाल ही में शिक्षा विभाग ने इस बाबत दिशा निर्देश जारी किया है.
दरअसल, लगभग 43000 नवनियुक्त प्राथमिक शिक्षकों के शिक्षण प्रशिक्षण यानी b.ed और d.el.ed के अलावा टीईटी के ओरिजिनल सर्टिफिकेट नियोजन इकाई के पास जमा हैं. शिक्षा विभाग के निर्देश के मुताबिक सभी नवनियुक्त शिक्षकों के सर्टिफिकेट को पोर्टल पर अपलोड करना है और उसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देशानुसार कैंप लगाकर 15 नवंबर से पहले सभी शिक्षकों को उनके ओरिजिनल सर्टिफिकेट वापस करने हैं.
क्या है शिक्षा विभाग का आदेश
वैसे नव नियुक्त शिक्षक, जिनका वेतन भुगतान किया जा रहा है, उनका प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र एवं शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र को विभाग द्वारा निर्धारित पोर्टल पर अपलोड कराते हुए उसकी सत्यापित छायाप्रति अन्य सत्यापित प्रमाण पत्रों के साथ संरक्षित रखकर, मूल प्रमाण पत्र संबंधित अभ्यर्थी को जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के स्तर से ही वापस करने की कार्रवाई की जायेगी.
इस हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा नियोजन इकाईवार अर्थात प्रखंड नियोजन इकाईयों एवं पंचायत नियोजन इकाईयों के लिए अलग-अलग तिथि, समय एवं स्थल निर्धारित करते हुए इसकी सूचना सभी संबंधितों को दी जायेगी. प्रमाण पत्र वापस करने की कार्रवाई कार्यदिवस एवं कार्यावधि के दौरान की जायेगी. निर्धारित तिथियों में प्रमाण पत्र वितरण स्थल पर नियोजन इकाईवार डेस्क / काउंटर की व्यवस्था की जाएगी. संबंधित शिक्षक विद्यालय में सूचना देकर प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय द्वारा निर्धारित तिथि एवं स्थल पर उपस्थित होंगे. जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय द्वारा शिक्षकों का प्रमाण पत्र प्राप्ति रसीद प्राप्त कर वापस किया जायेगा जिसकी छायाप्रति जिला में रखते हुए प्राप्ति रसीद की समेकित सूची तैयार कर मूल प्रति संबंधित नियोजन इकाई को प्रेषित की जायेगी. प्रमाण पत्र वापस करने की कार्रवाई दिनांक- 15.11.2022 तक निश्चित रूप से पूर्ण कर ली जायेगी.
इसकी वजह भी जानिए
आपको बता दें कि शिक्षा विभाग ने छठे चरण के तहत नियुक्त सभी शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच के लिए समय सीमा तय की थी. यह समय सीमा 30 सितंबर को खत्म हो चुकी है और इसके बाद सातवें चरण के लिए भी तैयारी शिक्षा विभाग कर रहा है. इस बीच सभी नवनियुक्त शिक्षक शिक्षा विभाग से उनके ओरिजिनल सर्टिफिकेट वापस करने की मांग कर रहे थे. इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने 15 नवंबर तक सभी नवनियुक्त शिक्षकों के सर्टिफिकेट वापस करने का आदेश जारी किया है. इसके पीछे एक बड़ी वजह यह भी है कि जो शिक्षक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में ज्वाइन करने के लिए पात्र हैं, वे अपने सर्टिफिकेट वापस चाहते हैं ताकि वे आगे आने वाले वैकेंसी के लिए अप्लाई कर सकें. माध्यमिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों में छठे चरण की बहाली पूरी होने के बाद सातवें चरण की बहाली प्रक्रिया शुरू होगी. इस बीच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एसटीइटी परीक्षा के आयोजन की तैयारी में भी लगा है. पटना हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार वाणिज्य (commerce) विषय के लिए STET परीक्षा का आयोजन होने वाला है. यहां यह भी बताना आवश्यक है कि बिहार के अधिकतर माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान और भाषा समेत विभिन्न विषयों के शिक्षकों की जबरदस्त कमी है. ऐसे में संभावना है कि शिक्षा विभाग सातवें चरण की बहाली सबसे पहले माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में करेगा और उसके बाद प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में बहाली होगी.
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