चार से आठ फरवरी तक चलेगा जागरूकता कार्यक्रम
भारत मे हर साल 10 लाख नये कैंसर के मरीज
कैंसर को बढ़ावा दे रहा है युवाओं में बढ़ती धुम्रपान की लत
फुलवारीशरीफ/पटना (अजित की रिपोर्ट)। सम्पूर्ण विश्व में 4 फरवरी को “विश्व कैंसर दिवस” मनाया जाता है. हर साल इस बिमारी से लाखों लोगों की मौत हो जाती है. समाज के हर वर्ग में तेजी से बढ़ रही इस बीमारी के प्रति जागरूकता ही इसका सबसे बड़ा बचाव है. अगर इस बीमारी का पता समय पर चल जाता है तो इलाज बेहतर हो सकता है. भारत में हर साल 10 लाख कैंसर के मरीज सामने आते हैं और उनमें से 7 लाख मरीजों की मौत हो जाती है. ये बातें पटना एम्स की रेडियो थेरेपी विभागाध्यक्ष डा०प्रीतांजलि सिंह ने बताया. उन्होंने आगे कहा कि ये आकड़े खुद बता रहे हैं कि देश में कैंसर की क्या तस्वीर है. खान-पान में बदलाव और बदलती जीवनशैली कैंसर का प्रमुख वजह बनता जा रहा है. चालीस प्रतिशत कैंसर सिर्फ तंबाकू के सेवन से होता है.
युवाओं में बढ़ती धुम्रपान की लत कैंसर को बढ़ावा दे रहा है. ये बीमारी सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है. कैंसर की रोकथाम कैसे हो और लोगों में इसके प्रति जागरुकता कैसे बढ़े, इसके लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल ने इस वर्ष कैंसर दिवस पर थीम आई एम एंड आई विल यानी “मैं हूं और मैं रहूंगा / रहूंगी” – है. जागरूकता ही इसका सबसे बड़ा बचाव है और यदि कोई कैंसर से बचना चाहता है तो उसे अपनी जीवनशैली नियंत्रित करनी होगी. इतना ही नहीं लोगों को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना होगा.
डा०प्रीतांजलि ने बताय कि चार से आठ फरवरी तक एम्स में जितने भी मरीज ओपीडी में आयेगें, उन सभी मरीजों की स्क्रनिंग की जायेगी. उसके बाद नुक्कड नाटक के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जायेगा. इन पांच दिनों में पीएसए, सीईए, सीए -125, सर्वाइकल, पैंप, स्मीयर, मेमोग्राफी की जांच निःशुल्क की जायेगी. इसके अतिरिक्त जागरूकता पत्र एंव विडियो के माध्यम से भी जागरूकता का संदेश दिया जायेगा.