पटना।। पैक्सों को अब राज्य सरकार अनुदान देगी. कैबिनेट बैठक में मंत्रिमंडल ने इसकी स्वीकृति दे दी है. सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने बताया कि राज्य के किसानों को उनकी ऊपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार पिछले कई वर्षों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद करती आ रही है. वर्ष 2022-23 के खरीफ के धान फसल का 42 लाख टन से ज्यादा खरीद राज्य खाद्य निगम और पंचायत स्तर के पैक्स एवं व्यापार मंडल के माध्यम से हुआ है.
दीपक कुमार सिंह ने कहा कि इस व्यापार को और प्रोत्साहित करने के लिए एवं अधिक-से-अधिक धान क्रय करने के लिए पैक्स की आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करना भी आवश्यक है. इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने 10 अक्टूबर को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया है कि वर्ष 2022-23 के खरीफ के प्रभाव से ही उन सभी पैक्सों को 10 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये प्रति क्विंटल प्रबन्धकीय अनुदान दिया जाएगा, जो राज्य सरकार एवं भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए गये अवधि के अंदर धान के बदले आवश्यक चावल राज्य खाद्य निगम का उपलब्ध करा दिये हैं. इस प्रकार वर्ष 2017-18 से प्रबन्धकीय अनुदान की जो राशि निर्धारित थी, उसे वर्ष 2022-23 से बढ़ाकर दोगुणा कर दिया गया है. जो पैक्स अच्छा काम कर रही है एवं समय-सीमा के अंदर चावल की आपूर्ति कर रही है, उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए अलग से प्रोत्साहन की राशि भी दी जाएगी.
सहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जिन पैक्सों ने वर्ष 2022-23 के खरीफ के धान की खरीद के बाद उसके बदले चावल की मात्रा 30 जून, 2023 से पहले राज्य खाद्य निगम को उपलब्ध करा दिये हैं, उन्हें प्रति क्विंटल 10 रुपये अतिरिक्त अथात् कुल 30 रुपये प्रति क्विंटल अनुदान दिया जाएगा. इस प्रकार जो पैक्स 31 जुलाई तक उनके द्वारा अधिप्राप्ति किये गये धान के समतुल्य शत-प्रतिशत चावल राज्य खादय निगम को उपलब्ध करा दिये हैं, उन्हें 5 रुपया अतिरिक्त अथात कुल 25 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्रबन्धकीय अनुदान दिया जाएगा. इसके बाद जो पैक्स सरकार द्वारा निर्धारित किये गये समयावधि अथात् 30 सितम्बर तक शत्-प्रतिशत चावल उपलब्ध करा दिये हैं, उन्हें 20 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अनुदान दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस राशि की बढ़ोतरी से पैक्स ज्यादा उत्साह से धान अधिप्राप्ति के कार्य में संलग्न होंगे और इससे राज्य के किसानों एवं पैक्सों को भी ज्यादा से ज्यादा लाभ होगा.
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