निगरानी ने शिक्षा विभाग के डीपीओ को रंगे हाथ पकड़ा
रिटायर्ड टीचर की फाइल बढ़ाने के लिए ले रहे रिश्वत
बक्सर में निगरानी विभाग ने बुधवार सुबह शिक्षा विभाग की स्थापना शाखा के डीपीओ विनायक पांडेय को 15 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. जानकारी के मुताबिक, विनायक पांडेय एक सेवानिवृत शिक्षक से फाइल आगे बढ़ाने के लिए 15 हजार रुपये घूस ले रहे थे. रिटायर्ड शिक्षक ने इसकी शिकायत निगरानी विभाग से की थी.
शिक्षक की शिकायत पर विभाग ने इस मामले की पहले जांच की और मामला पुष्ट होते ही विनायक पांडेय की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया. प्लानिंग के तहत निगरानी ने डीपीओ को आवास से ही गिरफ्त में लेने के लिए जाल बिछा दिया. बुधवार को विनायक पांडेय चीनी मिल स्थित अपने आवास पर शिक्षक से रिश्वत के रुपये ले रहे थे, उसी वक्त निगरानी टीम ने उन्हें रंगेहाथों धर दबोचा.
पहले भी कई बार मिली थी शिकायत
सूत्रों की मानें, तो पहले भी विनायक पांडेय की शिकायत कई शिक्षकों ने की थी. जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय में शिक्षकों की फाइल आगे बढ़ाने और संविदा शिक्षकों के वेतन और हाजिरी को सही समय से बैंक तक भेजने के लिये भी पैसे की वसूली की जाती थी. जिस स्कूल और शिक्षकों द्वारा चढ़ावा समय पर दे दिया जाता था, उनके फाइल के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाती थी.
निगरानी के शिकंजे में स्थापना DPO
आज की कार्रवाई में निगरानी के दो डीएसपी मो. जमरुद्दीन व अरुण कुमार शामिल थे. सेवानिवृत शिक्षक अक्षयवर नाथ पांडेय जनवरी 2014 में सेवानिवृत हो गये थे. वह राजपुर थाना के जमुनी डेहरा के निवासी हैं. उन्होंने निगरानी को बताया कि सेवा लाभ से जुड़ी संचिका पर हस्ताक्षर के बदले उनसे विनायक पांडेय ने यह राशि मांगी थी.
बक्सर से ऋतुराज