ट्रांसफर्मर ठीक कराने गए छात्रों से हुई थी मारपीट
बिजली विभाग के कर्मियों ने की थी बीजेपी नेताओं से मारपीट
मारपीट के बाद बीजेपी नेताओं पर तोड़फोड़ का है आरोप
बीजेपी नेताओं ने SDO पर लगाया है ऑफिस में शराब पीने का आरोप
जांच में पुलिस को मिली शराब की बोतलें
बक्सर पावर हाउस में मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जानकारी के मुताबिक बिजली विभाग में शुक्रवार की शाम भाजपा जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह व अन्य नेताओं से मारपीट के मामले में पुलिस को बिजली विभाग कार्यालय से शराब की बोतलें मिली हैं. पुलिस यह अनुमान लगा रही है कि होली मिलन समारोह में बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने शराब का सेवन किया था. वहीं मारपीट में घायल हुए जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह और छात्र नेता रामजी सिंह की हालत गंभीर होने के चलते दोनों को पटना रेफर कर दिया गया है. वहां उनका इलाज चल रहा है.
जिलाध्यक्ष से मारपीट के बाद भाजपा नेता गुस्से में हैं. सभी कार्यकर्ता शुक्रवार से ही बिजली विभाग में डेरा डाले हुए हैं. जिलाध्यक्ष के साथ मारपीट करने वाले सभी अधिकारियों के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है.
शनिवार की सुबह से मामले ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया. कांग्रेस और राजद भी भाजपा के समर्थन में आ गये. कांग्रेसी विधायक संजय तिवारी व राजद अध्यक्ष भी धरना में शामिल हो अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिए. शनिवार शाम नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार भी पहुंचे. उसके बाद संसद अश्विनी चौबे भी पहुंचे. सांसद अश्विनी चौबे ने कहा कि दोषियों के खिलाफ अगर कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे जिले में आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक बात है कि जब अधिकारी ही शराब का सेवन कर रहा है तो आम लोग क्यों नहीं करेंगे? उन्होंने बताया कि अगर प्रशासन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है तो उनके खिलाफ भी आंदोलन किया जाएगा.
पूरे मामले में डीएसपी शैशव यादव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि बिजली विभाग कार्यालय से शराब की बोतलें बरामद हुई हैं. आसपास लगे CCTV फुटेज को भी खंगाला जा रहा है. अधिकारियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. इस मामले में आरोपी अधिकारी कार्यालय और आवास से फरार हैं. DSP ने बताया कि जिलाध्यक्ष और छात्र नेता को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है. उनकी हालत ठीक है.
ऐसे हुआ था विवाद
बता दें कि शुक्रवार की देर शाम चिलहरी गांव में ट्रांसफॉर्मर खराब पड़ा हुआ था. जिसकी शिकायत लेकर भाजपा नेता राणा प्रताप सिंह और अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष आदित्य चौधरी व एबीवीपी के छात्र नेता रामजी सिंह बिजली ऑफिस गये थे. जहां किसी बात को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बहस हो गयी. जिसके बाद अधिकारियों ने तीनों को बंधक बनाकर पीटा था जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आईं थीं. घटना की सूचना मिलते ही लोग आक्रोशित हो उठे और एक साथ विद्युत कार्यालय में धावा बोलकर कर्मचारियों की पिटाई करनी शुरू कर दी. लोगों के गुस्से को देखते हुए विद्युत कर्मचारी जान बचाने के लिए इधर से उधर भागने लगे. पूरा परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. मामला तूल पकड़ते देख स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस के वरीय अधिकारियों को दी. लेकिन पुलिस भी उन लोगों के सामने लाचार दिखाई दी.
बक्सर से ऋतुराज
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