आयोग द्वारा कॉलेजों में भोजपुरी शिक्षकों की रिक्ति शून्य करने का विरोध
भोजपुरी छात्र संघ मिलेगा राज्यपाल और शिक्षामंत्री से
आरा, 7 दिसम्बर. भोजपुरी छात्र संघ के कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक भोजपुरी विभाग के सभागार में संयोजक स्यंदन सुमन की अध्यक्षता में हुई. बैठक में आगामी 19 दिसम्बर को भोजपुरी विभाग में भिखारी ठाकुर जयंती मनाने का निर्णय लिया गया. इस अवसर पर चम्पारण के चर्चित भोजपुरी साहित्यकार गोरख प्रसाद मस्ताना ‘भिखारी साहित्य और आज का समाज’ विषय पर व्याख्यान देंगे साथ ही भोजपुरी पत्रिका ‘लकीर’ के 10 वें अंक का लोकार्पण भी किया जायेगा.
बैठक में विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा जारी ताजा रिक्तियों में भोजपुरी विषय में रिक्तियों को शून्य दिखाए जाने का विरोध किया गया और यह निर्णय लिया गया कि छात्र संघ का प्रतिनिधिमंडल विश्वविद्यालय और भोजपुरी में वर्तमान में स्नातक पाठ्यक्रम चलाने वाले दो अंगीभूत कॉलेजों में रिक्त शिक्षक पदों पर बहाली के लिए राज्यपाल, उप मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, स्नातक और शिक्षक कोटे के विधान पार्षदों से मिलेगा. ज्ञात हो कि पीजी विभाग के अलावा स्नातक स्तर पर भोजपुरी की पढ़ाई केवल नौहट्टा और शाहपुर के कॉलेज में होती है मगर आजतक भोजपुरी विषय के एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो पाई है. कुलपति ने ऐसा आश्वासन दिया था कि हर जिला मुख्यालय के एक अंगीभूत कॉलेज में स्नातक स्तर पर भोजपुरी की पढ़ाई के लिए विभाग खुलेगा और शिक्षकों की बहाली होगी जिसके लिए कोई प्रयास नहीं हो पाया है. कुलपति और राज्यपाल से इसके लिए विशेष आग्रह किया जाएगा. इसके अलावा स्कूली शिक्षा में प्राथमिक से मेट्रिक तक पढ़ाई और शिक्षकों की बहाली के लिए भी ज्ञापन दिया जाएगा. ज्ञात हो कि राज्य सरकार द्वारा चल रही स्कूली शिक्षकों की बहाली में भी वर्ग 1 से 10 तक भोजपुरी के लिए सीटें नहीं दी गई हैं. आज की बैठक में उपस्थित कार्यकारिणी के सदस्यों डॉ प्रियंका सिंह, सोहित सिन्हा, रौशन कुशवाहा, कुमार रविरंजन, राजेश कुमार, रवि प्रकाश सूरज के अलावा विशेष आमंत्रित सदस्य साहित्यकार रामयश अविकल और नरेंद्र सिंह ने राज्य सरकार द्वारा विद्यालयों और विश्वविद्यालयों-कॉलेजों में भोजपुरी के अध्ययन-अध्यापन के प्रति इस उपेक्षा पर एक स्वर से आक्रोश व्यक्त कर इसके लिए चरणबद्ध संघर्ष करने का निर्णय लिया गया.
भोजपुरी जनजागरण अभियान की विश्वविद्यालय इकाई का गठन
भोजपुरी जनजागरण अभियान की विश्वविद्यालय इकाई का अध्यक्ष भोजपुरी विभाग के शोधार्थी राजेश कुमार आदित्य को बनाया गया है. उन्होंने प्रेस के माध्यम से आगामी 17 दिसम्बर को दिल्ली के जन्तर मन्तर पर भोजपुरी को 8 वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर हो रहे 20 वें धरने में छात्रों से जुड़ने की अपील की.
आरा से रवि प्रकाश सूरज की रिपोर्ट