राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हुई दोनों सदनों की कार्यवाही
31 मार्च तक होंगी कुल 22 बैठकें
जातीय जनगणना और विशेष राज्य के मुद्दे विपक्ष ने सरकार को घेरा
पटना विधान सभा में जाने के पहले सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल फागु चौहान और विस अध्यक्ष को पुष्प गुच्छ के साथ अभिवादन किया. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही अलग-अलग शुरू हो गई है . बिहार विधान परिषद का यह 200वां सत्र है, जिसमें आज वित्तीय वर्ष 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश होगा. बजट सत्र 31 मार्च तक चलेगा.बिहार विधानमंडल का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है. बजट सत्र में कुल 22 बैठकें होंगी. आज दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 पेश होगा. उसके पहले राज्यपाल फागू चौहान विधानमंडल के सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. वहीं विधान परिषद का ये 200वां सत्र होगा, जो आज से शुरू हो रहा है.
बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही अलग-अलग शुरू होगी. विधान परिषद के कार्यकारी सभापति के प्रारंभिक संबोधन के बाद राज्यपाल के अभिभाषण की प्रति सदन में रखी जाएगी, विधान परिषद के दूसरे सत्र के लिए अध्ययन सदस्यों की तालिका की घोषणा होगी. बिहार विधान परिषद का यह 200वां सत्र है, जिसमें आज वित्तीय वर्ष 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश होगा.
बजट सत्र 31 मार्च तक चलेगा.वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट 28 फरवरी को पेश होगा. बजट पेश होने के बाद राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर वाद विवाद शुरू होगा. 2 मार्च को तीसरी बैठक के दिन विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद के बाद सरकार अपना उत्तर देगी. 3 मार्च को वित्तीय वर्ष 2022-23 के आय-व्यय पर सामान्य विमर्श होगा. 3 मार्च को ही 2021-22 का तृतीय अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा.’
4 मार्च को वित्तीय वर्ष 2022-23 के आय-व्यय पर सरकार का उत्तर होगा. 7 मार्च को तृतीय अनुपूरक बजट पर सरकार का उत्तर होगा. 8 से 25 मार्च तक वित्तीय वर्ष 2022-23 के अनुदानों की मांग पर वाद विवाद और मतदान होगा. 28 मार्च को राजकीय विधेयक, 29 को गैर सरकारी संकल्प, जबकि 30 मार्च को राजकीय विधेयक और 31 मार्च को अंतिम दिन गैर सरकारी सदस्यों के कार्य पूरे होंगे. पूरे बजट सत्र में 22 बैठकें होंगी. इधर विपक्ष ने सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है. राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि जातीय जनगणना और विशेष राज्य के मुद्दे के अलावा बिहार में बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को लेकर सदन में हम जनता के सवालों को पुरजोर तरीके से रखेंगे. जिसका जवाब सरकार को देना होगा.