पटना (डेस्क रिपोर्ट) | अभी कुछ ही दिन पहले मीडिया में एक सन्देश प्रचारित हुआ जिसके अनुसार यह कहा गया कि भारत सरकार का उपक्रम बीएसएनएल लाभकारी यानी प्रॉफिटेबल नहीं रही, इसलिए इसे जल्द बंद किया जा सकता है. कहा गया कि सरकार ने कथित तौर पर कंपनी को बंद करने सहित सभी विकल्पों का पता लगाने के लिए कहा है. यह भी कहा गया कि बीएसएनएल पिछले तीन साल से लगातार घाटे में चल रही है. वर्ष 2016-17 में BSNL को 4793 करोड़ का नुकसान हुआ था. यहां तक लिखा गया कि इसी कारण बीएसएनएल ने वर्ष 2017-18 के वित्तीय परिणामों की घोषणा नहीं की. समाचार आई कि डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइसेज द्वारा दी गई गाइडलाइन्स के मुताबिक, BSNL को Incipient Sick बताया गया है.
इसी समाचार को लेकर बीएसएनएल ने शुक्रवार को पूरे भारत में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया. पटना में भी आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के जरिये बीएसएनएल, बिहार सर्किल के मुख्य महाप्रबंधक जी०सी०श्रीवास्तव ने बीएसएनएल उपभोक्ताओं को ऐसे अफवाहों से सचेत रहने का आग्रह किया. मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि मार्केट में बीएसएनल को बंद करने की अफवाह चल रही है. मीडिया पर इस तरह का प्रचार हो रहा है मगर बीएसएनल बंद नहीं हो रहा है. बीएसएनल की छवि को धूमिल करने के लिए इस तरह की अफवाहें फैला जा रही है. उन्होंने कहा कि बीएसएनल प्रदेश में उपभोक्ताओं को बेहतर संचार सुविधाएं उपलब्ध करवा रहा है. खासतौर पर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बीएसएनएल संचार का मुख्य साधन है. अन्य टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर देने के लिए बीएसएनल मार्केट में 4G नेटवर्क सेवा भी शुरू करने जा रही है. प्रदेश में बीएसएनल मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या लगभग 40 लाख के करीब है. 1.25 लाख लैंडलाइन उपभोक्ता हैं. उपभोक्ता बीएसएनएल नेटवर्क की बेहतर सेवा ग्रहण करने में लगातार रुचि दिखा रहे हैं.
मुख्य महाप्रबंधक ने कहा कि बिहार दूरसंचार परिमंडल एक अग्रणी सेवा प्रदाता है और विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करता है. उन्होंने इसका विवरण भी बताया जो निम्नांकित हैं –
1. बीएसएनएल के द्वारा सिर्फ जनवरी 2019 में 1 लाख 70 हजार मोबाइल के नए उपभोक्ता जोड़े गए. वहीं फरवरी माह के 14 तारीख तक कुल 81 हजार कनेक्शन दिए जा चुके हैं. उनके अनुसार बीएसएनएल बिहार का पोर्ट-आउट एवं पोर्ट-इन का प्रतिशत जनवरी 2019 में 0.07% एवं फरवरी में 14 तारीख तक 0.04% रहा है. बिहार सर्किल के मुख्य महाप्रबंधक के आगे बताया कि जिओ के बाद बीएसएनएल एक मात्र सेवा प्रदाता है जिस ने विगत वर्ष की तुलना में वर्तमान वर्ष में उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ाई है.
2. उन्होंने बताया कि बीएसएनएल शीघ्र ही 4जी सेवाएं प्रदान करने जा रही है जिसके लिए कुल 400 साइट प्लान की गई है.
3. उनके अनुसार वर्तमान वित्त वर्ष में 295 नए जीएसएम बीटीएस संस्थापित किए गए एवं कुल 5124 पीटीएस कार्यरत हैं. पूरे प्रदेश के साथ-साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी बीएसएनएल सेवा प्रदान करने वाली एकमात्र कंपनी है.
4. बिहार परिमंडल के अंदर उन्नत किस्म की हाई स्पीड एफटीटीएच के द्वारा ब्रॉडबैंड सेवाएं दी जा रही है और इसके कुल 5595 उपभोक्ता हैं.
5. वर्तमान वित्त वर्ष में 25.18% बढ़त के साथ लैंडलाइन के कनेक्शन दिए गए हैं और कुल 1.2 एक लाख उपभोक्ता हैं.
6. उनके अनुसार बिहार सर्किल में अभी 34000 ब्रॉडबैंड के कनेक्शन कार्यरत हैं.
7. 25 हजार किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर केवल नेटवर्क का रखरखाव किया जा रहा है एवं वर्तमान वित्त वर्ष में 443 किलोमीटर नया ऑप्टिकल फाइबर केवल बिछाया गया है.
8. 5911 ग्राम पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर केवल कनेक्टिविटी “भारत नेट प्रोजेक्ट फेज-1” के अंतर्गत दी गई है जिसके लिए 15350 किलोमीटर नया ऑप्टिकल फाइबर केवल बिछाया गया है.
9. बिहार परिमंडल में बीएसएनएल के कुल 9329 लीज लाइन कार्यरत हैं जिसमें से 3183 लीज लाइन वर्तमान वित्त वर्ष में उपलब्ध कराए गए हैं.