भारत सरकार के दूरसंचार मंत्रालय की महत्त्वाकांक्षी परियोजना ‘बीएसएनएल फाइबर’ जिसे निजी कंपनियों से मुकाबले के लिए और हर गाँव-शहर तक सस्ता-सुलभ हाई-स्पीड इंटरनेट के लिए लांच किया गया था, उसे दूसरे सरकारी विभागों के कर्मचारियों की लापरवाही का शिकार होना पड़ता है.
ताजा घटना आरा शहर के वीआईपी इलाके के एस पी आवास के ठीक सामने की है, जहाँ दूसरे विभाग द्वारा रोड खोदे जाने के बाद ऑप्टिकल फाइबर केबल कट गया है. इस वजह से इस क्षेत्र के कई महत्त्वपूर्ण कार्यालयों और घरों में कल से ही इंटरनेट सेवा बन्द है, जिससे लॉकडाउन के बीच काम निपटाने में भारी मुसीबत हो रही है.
समाचार लिखे जाने तक बीएसएनएल के इंजीनियर-कर्मचारी युद्धस्तर पर लगे हैं और खराब रोड पर बरसात का पानी जमा होने से और मुसीबत हो रही है.
इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर दूरसंचार विभाग के सूत्रों ने बताया कि ऐसे किसी खुदाई के काम के लिए पूर्व अनुमति आवश्यक है और खुदाई के वक़्त ध्यान रखना पड़ता है, जिसके लिए दिशा-निर्देश उपलब्ध हैं, पर दूसरे विभाग के लोग गैरज़िम्मेदारी से काम करते हैं, जिससे आये दिन परेशानी होती है. बहरहाल, इस बाबत राज्य सरकार और इसके विभागों को खुदाई का काम कर रहे ठेकेदारों के लिए स्पष्ट निर्देश बताए जाने चाहिए और ऐसी हरकतों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए तभी इस बहुप्रचारित हर गाँव-घर इंटरनेट की योजना को बेहतर ढंग से लोकप्रिय बनाया जा सकता है.
पटना नाउ ब्यूरो