हिंदुस्तान के डीएनए में भाईचारा है …डॉ.अहमद अब्दुल हई




‘एहसास’ का जश्न ए ईद

गंगा जमुनी संस्कृति को मजबूत करता है ईद का त्योहार….गोपाल शर्मा

 भारत की मिट्टी में रची बसी है एकता और भाईचारे की भावना. हिंदुस्तान के डीएनए में शामिल है सद्भावना. ये  कभी खत्म नहीं हो सकती. ये बातें समाजिक और मानवतावादी कार्यों को समर्पित संस्था एहसास के जश्न ए ईद कार्यक्रम में वक्ताओं ने ज़ोर देकर कही. पाटलिपुत्र स्थित पेंशनर भवन में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत में एहसास के अध्यक्ष एस आर एफ यूसुफ ने मेहमानों का स्वागत किया और संस्था की उपलब्धियों का खाका पेश किया. मुख्य वक्ता प्रोफ़ेसर शकील क़ासमी ने गणमान्य लोगों को ईद की बधाई पेश करते हुए कहा कि ईद का त्योहार विभिन्न  धर्मो  के लोगों के बीच मेल जोल बढ़ाने का बड़ा अवसर है और जश्न ए ईद जैसे कार्यक्रम एकता की भावना को मजबूत करते हैं. शिक्षाविद और बिहार अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष एंब्रोस पैट्रिक ने कहा की ईद का त्यौहार इंसानियत के बुनियादी उसूलों को मजबूत करता है. हिंदुस्तान टाइम्स के एसोसिएट एडिटर अरुण कुमार ने कहा कि बदलते वक्त के साथ-साथ लोगों का मिलना जुलना कम जरूर हुआ है लेकिन देश में एकता की लौ मध्यम नहीं पड़ी है.

जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के डायरेक्टर गोपाल शर्मा ने कहा कि यह देश एकता और भाईचारे की बुनियाद पर ही मजबूत है. समाजसेवी  मीनाक्षी स्वराज ने कहा कि हम सबको समाज में  एकता की बयार बहाने के लिए ईद जैसे अवसरों का  भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए. इतिहासकार डा० इम्तियाज़ अहमद ने उपस्थित लोगों से कहा कि हिंदुस्तान की संस्कृति में शुरू से ही वसुधैव कुटुंबकम की भावना छुपी है और ईद का त्यौहार इसी भावना को मजबूत करता है . दूरदर्शन और आकाशवाणी पटना की संयुक्त निदेशक और समाचार प्रमुख श्वेता सिंह ने कहा कि विभिन्न धर्मों के बीच सामंजस्य बनाने के लिए विभिन्न धर्मावलंबियों को एक दूसरे को सुनना और समझना होगा.

प्रसिद्ध चिकित्सक और एहसास के संरक्षक डॉ.अहमद अब्दुल हई ने कहा कि एकता की भावना और भाईचारे का विचार हिंदुस्तान का डीएनए है और कोई चाह कर भी इसे बदल नहीं सकता. इस अवसर पर चितकोहड़ा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव गुरभेज सिंह ने उपस्थित जनसमूह से एकता और भाईचारे के पैगाम को दूर-दूर तक फैलाने का आह्वान किया . एहसास के उपाध्यक्ष और मशहूर शायर कासिम खुर्शीद ने एकता और भाईचारे को समर्पित अपना कलाम सुना कर मोहब्बत के पैगाम को लोगों के दिलों तक मजबूती से पहुंचाया. कार्यक्रम के आखिरी हिस्से  में संस्था के अध्यक्ष एसआरएफ यूसुफ, सचिव ओबैदुर रहमान और उपाध्यक्ष मोहम्मद मोईज़ उद्दीन के नेतृत्व में सभी ने भारत की एकता  अखंडता को मजबूत बनाने का संकल्प लिया. लोगों ने सेवई और अन्य पकवानों का भी भरपूर स्वाद लिया.

अंत में सभी प्रबुद्ध जनो का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए एहसास संस्था के उपाध्यक्ष और बिहार प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी मोहम्मद मोईज़ उद्दीन ने  विश्वास दिलाया कि भविष्य में ऐसे और बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जश्ने ईद में संस्था की ओर से शहर के प्रतिष्ठित लोगों सामाजिक कार्यकर्ताओं और मानवीय मूल्यों की सेवा में लगे लोगों को आमंत्रित किया गया था. एहसास टीम के वरिष्ठ सदस्य नुरुल होदा, अनवर जमाल, डॉ अनवारुल होदा ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कार्यक्रम की समाप्ति राष्ट्रगान के साथ हुई. कार्यक्रम का संचालन एहसास संस्था के सदस्य खालिद रशीद ने किया.

पटना से खालिद की रिपोर्ट

By pnc

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