18वीं राष्ट्रीय अंतर जिला जूनियर एथलेटिक्स मीट 2023 का सीएम ने किया उद्घाटन
पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी जरूरी
विश्व की सबसे बड़ी बुनियादी स्तर पर प्रतिभा खोज अभियान
बिहार के भी 600 खिलाड़ी इसमें ले रहे हैं हिस्सा
राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को बिहार प्रशासनिक सेवा (एस०डी०एम०), बिहार पुलिस सेवा (डी०एस०पी०) या समकक्ष में सीधे नौकरी देंगे. मेडल लाओ, नौकरी पाओ इस प्रतियोगिता में शामिल होनेवाले सभी खिलाड़ियों को मैं शुभकामनाएं देता हूं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं.नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पाटलिपुत्रा खेल परिसर में 18वीं राष्ट्रीय अंतर जिला जूनियर एथलेटिक्स, 2023 का उद्घाटन किया . कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि बिहार में पहली बार राष्ट्रीय अंतर जिला जूनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है.
सभी राज्यों के खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए आये हैं . यह विश्व की सबसे बड़ी बुनियादी स्तर पर प्रतिभा खोज अभियान है. भविष्य के लिए खिलाड़ी तैयार करने का यह जरिया है. अब राज्य सरकार की तरफ से ऐसी और प्रतियोगितायें आयोजित कराने का निर्णय लिया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों से 6000 खिलाड़ी इसमें भाग ले रहे हैं. बिहार के भी 600 खिलाड़ी इसमें हिस्सा ले रहे हैं. बिहार में खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार प्रयास कर रही है. हमलोग चाहते हैं कि स्कूल एवं कॉलेजों में पढ़नेवाले छात्र – छात्राएं पढ़ने के साथ-साथ खेलें भी.
पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि बिहार में प्रखंड स्तर पर स्टेडियम का निर्माण कराया जा रहा है. 221 स्टेडियम बनकर तैयार हो गया है बाकी पर काम जारी है. राष्ट्रीय प्रतियोगिता में चयनित खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए विदेशों से भी प्रशिक्षकों को बुलाया जा रहा है. राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करनेवाले खिलाड़ियों को बिहार खेल प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है. इसके तहत नकद राशि एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाता है. इसके तहत अब तक 226 खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा चुका है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स एकेडमी, क्रिकेट स्टेडियम एवं खेल विश्वविद्यालय का निर्माण कराया जा रहा है. इसको लेकर 740 करोड़ रुपये की लागत से काम हो रहा है. वर्ष 2002 में हम जब स्व0 श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में रेल मंत्री थे तो हमने खिलाड़ियों के लिए रेलवे में नौकरी देने का निर्णय लिया था. देश में पहली बार खिलाड़ियों को रेलवे में नौकरी देने की शुरुआत हमलोगों ने करायी थी. बिहार में वर्ष 2012 से लेकर अब तक 235 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है. अभी ग्रेड-3 में नौकरी दी जा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने निर्णय ले लिया है कि आनेवाले दिनों में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को बिहार प्रशासनिक सेवा (एस०डी०एम०), बिहार पुलिस सेवा (डी०एस०पी०) या समकक्ष में सीधे नौकरी देंगे. मेडल लाओ, नौकरी पाओ इस प्रतियोगिता में शामिल होनेवाले सभी खिलाड़ियों को मैं शुभकामनाएं देता हूं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं.
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की सचिव बन्दना प्रेयसी, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रन शंकरण, एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अदिल्ले सुमारीवाला ने संबोधित किया. ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया . इसके पश्चात् देश के सभी राज्यों के लगभग 1200 एथलिटों ने मार्च पास्ट किया .
PNCDESK