Patna/7oct: पटना नाउ एक बार फिर महत्वपूर्ण अपडेट के साथ हाजिर है. बिहार में इस साल लगभग 43000 प्राथमिक शिक्षकों की जॉइनिंग हुई है. इसमें बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक हैं जिन्होंने बीएड डिग्री के साथ यह नौकरी हासिल की है. नौकरी ज्वाइन करने के 2 साल के अंदर उन्हें 6 महीने का ब्रिज कोर्स करना अनिवार्य है. नवनियुक्त शिक्षकों को ज्वाइन किए लगभग 9 महीने हो गए और अब तक ब्रिज कोर्स कराने को लेकर सरकार की तरफ से कोई स्पष्ट दिशानिर्देश नहीं आया है जिसकी वजह से शिक्षक परेशान हैं.
संघर्षशील शिक्षक संघ(SSSB) के प्रदेश प्रवक्ता राहुल झा ने कहा कि NCTE की 28 जून 2018 की अधिसूचना और छठे चरण के लिए जारी विज्ञापन में बीएड योग्यताधारी को वर्ग 1 से 5 मे पढ़ाने के लिए योग्य माना गया है, अधिसूचना के मुताबिक ऐसे नियुक्त होने वाले शिक्षकों को 2 वर्षों के भीतर 6 माह का अनिवार्य ब्रिज कोर्स करना होगा.
उन्होंने कहा कि इनकी नियुक्ति के 9 महीने पूरे हो गये हैं लेकिन सरकार की तरफ से कोई इसके संबंधित कोई भी अधिसूचना नहीं जारी होने से शिक्षकों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. सरकार को इस संबंध में जल्द स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह, अभिषेक चौबे, सुधीर कुमार, प्रीतिमाला ने सरकार से नवनियुक्त शिक्षकों की समस्याओं पर गंभीरता पूर्वक ध्यान देने का अनुरोध किया है.
क्या कहते हैं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव
नवनियुक्त शिक्षकों कि इस समस्या को लेकर पटना नाउ ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह से बात की. अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने बीएड डिग्री वाले शिक्षकों को ब्रिज कोर्स कराने के मामले को लेकर कहा है कि शिक्षा विभाग बहुत जल्द इस पर फैसला लेने वाला है. उन्होंने संभावना जताई है कि नए साल की शुरुआत (जनवरी 2023) से बीएड शिक्षकों को 6 महीने का ब्रिज कोर्स कराने की सुविधा शुरू हो सकती है. डायट के जरिए शिक्षा विभाग ब्रिज कोर्स कराने की तैयारी में है.
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