BPSC यानि बिहार लोक सेवा आयोग हर साल नया रिकॉर्ड बना रहा है. और हर साल अपने रिकॉर्ड को तोड़ने की चुनौती भी खुद बीपीएससी के सामने ही होती है. ये रिकॉर्ड है परीक्षा के रिजल्ट में लेटलतीफी. पिछले साल जुलाई में ली गई BPSC मेन्स की परीक्षा का रिजल्ट अब तक नहीं आया. इस साल 12 फरवरी को ली गई 60-62वीं पीटी परीक्षा का रिजल्ट भी अब तक पेंडिंग है. अब सोचने की बात है कि आखिर छात्र कितना इंतजार करें. इस मामले में प्रधानमंत्री के आदेश की भी धज्जियां उड़ रही हैं. पीएम ने कहा था कि किसी भी बहाली प्रक्रिया को अधिकतम 6 माह में पूरा किया जाना चाहिए. लेकिन लगता है बिहार ने कसम खा रखी है. खासकर बीपीएससी इस मामले में पूरी तरह से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने में लगा है.
आयोग के रवैये से परेशान छात्रों के दल ने सोमवार को बिहार लोक सेवा आयोग के गेट पर प्रदर्शन किया. छात्रों का कहना था कि देश के किसी भी लोक सेवा आयोग में इतनी लेटलतीफी नहीं होती. बीपीएससी लगातार सभी परीक्षा के रिजल्ट में देरी कर रहा है जिससे छात्रों का बहुमूल्य समय जाया हो रहा है.
PT और मेन्स परीक्षा के रिजल्ट की संभावित तिथि
इसके बाद छात्रों ने बीपीएससी सचिव प्रभात कुमार सिन्हा से मिलकर ज्ञापन सौंपा और उनसे रिजल्ट के बारे में सवाल किया. परीक्षा की तैयारी कर रहे एक छात्र ने बताया कि बीपीएससी सचिव ने उनके सही तरीके से बात भी नहीं कि. सचिव ने कहा कि PT का रिजल्ट 25 अगस्त तक आएगा जबकि पिछले साल जुलाई में ली गई मेन्स परीक्षा का रिजल्ट 30 नवंबर तक आने की संभावना है. यही नहीं, पीटी परीक्षा में कुल वैकेंसी का 10 गुना रिजल्ट देने की बात भी सचिव ने कही है. बता दें कि बीपीएससी इससे पहले भी इन दोनो परीक्षा को लेकर कई बार अलग-अलग डेट की घोषणा कर चुका है लेकिन सभी डेटलाइन अब कर फेल साबित हुई है.
सुनिए क्या कहना छात्रों का-
इस बारे में परीक्षा विशेषज्ञ डॉ एम रहमान ने कहा कि BPSC की मनमानी से छात्र काफी निराश हैं. रिजल्ट में इतनी देरी से छात्रों के मनोबल पर असर पड़ता है. डॉ रहमान ने ये भी कहा कि बीपीएससी ने इस बार पीटी परीक्षा में पांच ऑप्शन देकर छात्रों को परेशान कर दिया. बिना कोई पूर्व घोषणा के परीक्षा का पैटर्न बदल दिया गया और रिजल्ट भी केवल वैकेंसी का 10 गुना देने की बात की जा रही है जो छात्रों के साथ अन्याय है.
इस बारे में BPSC के छात्रों का दल जल्द ही डॉ रहमान के नेतृत्व में डिप्टी सीएम सुशील मोदी से मिलेगा और रिजल्ट जल्द से जल्द और ज्यादा संख्या में(परीक्षा में शामिल छात्रों का 10 फीसदी) प्रकाशित कराने का अनुरोध करेगा.