2 सालों से जल-जमाव की समस्या से परेशान वार्ड 15 की जनता ने अजीज आकर लिया निर्णय

आरा, 14 मई. लोकतंत्र का आधार जनता को माना जा जाता है और यही जनता जिसे चुनती है वही नेता और मंत्री बन बनता है, लेकिन विडंबना देखिए कि जीतने के बाद अपने वादों से मुकर जाते जनता द्वारा चुने गए जब प्रतिनिधि तो जनता भी चुनाव महापर्व के आते ही उन्हें सबक सिखाती है वोट बहिष्कार कर. ऐसी ही सबक आरा के कश्यप नगर निवासियों ने सिखाने ठानी है. आरा के चंदवा स्थित वार्ड नंबर 15, में पड़ता है कश्यप नगर. सड़क पर गुजरते ही आपको एक बोर्ड दिखेगा जिसपर वोट-बहिष्कार की बातें लिखी हुई है. यह बोर्ड राहगीरों का अनायास ही ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है. कारण है लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व का बहिष्कार.




लोगों की माने तो मुहल्ले में विगत 2 वर्षों से नाली और रोड की स्थिति नरकीय बनी हुई है. मुहल्ले वासियों ने इस समस्या को दूर करने के लिए जनप्रतिनिधि से लेकर नगर निगम तक कई बार गुहार भी लगाई, लेकिन ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हुई. रोड से लेकर मुहल्ले तक जलजमाव व बजबजाती नालियों से नरकीय स्थिति ज्यों का त्यों आज भी बनी हुई है. इसलिए चुनाव आते हैं मोहल्ले वासियों ने यह ठान लिया कि जब तक उनके इस समस्या का निजात नही होता वे 19 मई को होने वाले चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे. अपने इस निर्णय को लोगो ने सार्वजनिक रूप से एक बोर्ड बनाकर लगा दिया है ताकि आने-जाने वाले लोगों को इस बात का पता चल सके.
चंदवा के लोगों की माने तो उन्होंने ने पिछले चुनाव मे सांसद आर.के सिंह को भारी मतो से जिताया था लेकिन यहां जल जमाव से उन्हें मुक्ति नही मिली. मोहल्ले मे जल जमाव और चंदवा मोड़ से हाउसिंग तक कि बदहाल सड़क के लिए कई बार प्रदर्शन तक हुए लेकिन ना तो नाली बनी और ना हीं सड़क. अब देखना यह होगा कि जनप्रतिनिधियों का दल या प्रशासनिक अधिकारी वार्ड 15 के वोटरों को मनाता है या इनका वोट ऐसे ही व्यर्थ चला जायेगा.

आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट

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