पटना बारुद के ढेर पर है. एक बार फिर साबित हो गया कि राजधानी और इसके आसपास कई इलाकों में विस्फोटकों का जखीरा जमा है और पुलिस आंखें मूंदे बैठी है. अक्सर घटना के बाद ही पुलिस को मामले का पता चलता है.
बुधवार को पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के तारानगर गांव के पॉश इलाके में अवैध रूप से संचालित पटाखा फैक्ट्री में जबरदस्त विस्फोट हुआ. विस्फोट इतना भयानक था कि आसपास के गांव वाले भी दहल गए. घटना में मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया वही तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई. आनन फानन में पटना सिटी एसपी रविंद्र कुमार, दानापुर एएसपी मनोज तिवारी, बिहटा थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिंह, नेउरा थाना प्रभारी प्रशांत कुमार ने दल बल के साथ घटना स्थल पर पंहुच क्षेत्र की नाकेबंदी कर विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम को बुलाकर छानबीन शुरू कर दिया. इस बीच पुलिस के आने से पहले ही दो घायल आरोपित भाग निकले.
पुलिस ने छापेमारी कर एक घायल सहित दो अन्य कारोबारी को भारी मात्रा में विस्फोटक सामानों के साथ गिरफ्तार किया.
जानकारी के मुताबिक, तारानगर गांव निवासी मरहूम क्यूम मियां के नाम पर बीते करीब सन 1932 में पटाखा बनाने का लाइसेंस निर्गत किया गया था. क्यूम मिया की मौत के बाद भी पटाखा लाइसेंस का बिना रिन्यूवल करवाये खौरुन खातून के बेटे और दामाद ने गांव के पॉश इलाके के मकान में कई वर्षों से अवैध रूप से पटाखा निर्माण का फैक्ट्री चला रहा था. बुधवार को कलीम उर्फ पप्पू के घर में बम बनाने के क्रम में बहुत तेज आवाज के साथ बम विस्फोट हो गया. जिसके बाद घर में रखे अन्य बम भी एक के बाद एक कर फूटने लगे. भयानक विस्फोट से आसपास के पूरा मकान ध्वस्त हो गए. हादसे में मो कलीम की हालत नाजुक बनी हुई है, जिनका इलाज अस्पताल में जारी है. प्रशासन की तरफ से घायल के इलाज पर नजर रखी जा रही है एवं सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं. इलाके में अवैध पटाखा फैक्ट्री के संचालन करने के आरोप में खैरुन खातून का दामाद इमामगंज के खीरी मोड़ निवासी मो कलीम उर्फ पप्पू, तारानगर निवासी मो असगर अली का पुत्र मो खुर्शीद आलम तथा मो खुर्शीद आलम का पुत्र मो अरमान को गिरफ्तार किया है.
पटना से अजीत