शराबबंदी के बाद बिहार में वैकल्पिक नशे के सेवन में तेजी आई है ,गांजा, भांग,चरस और हेरोइन के अलावे लोग मेडिकेटिड ड्रग्स के सेवन में लिप्त हो गए हैं जिसके कारण इन चीजों की खपत बढ़ गई है ,हाल के दिनों में पुलिस ने गांजा ,चरस ,हेरोइन की बरामदगी की है जिससे पता चलता है कि शराब के नसे से मुक्त हुए लोग और बड़े दलदल में चले गए हैं.जहाँ से मुक्ति नामुमकिन दिख रही है कारण बिहार में तस्करों का जाल बिछा हैं.
अररिया जिला के सोनामनी गोदाम पुलिस चौकी के समीप से सशस्त्र सीमा बल एसएसबी के जवानों ने एक तस्कर के पास से करीब एक करोड़ रूपये कीमत का चरस जब्त करने में सफलता हासिल की है .
भारत नेपाल सीमा के पास एसएसबी की बथनाहा स्थित 58वीं बटालियन के उपसमादेष्टा मनिन्दर सिंह गुप्त सूचना के आधार पर सोनामनी गोदाम पुलिस चौकी के समीप से छह किलो सौ ग्राम चरस के साथ विजय कुमार यादव को गिरफ्तार किया.उन्होंने बताया कि अररिया जिले के नरपतगंज निवासी विजय चरस की इस खेप को थैले में रखकर ले जा रहा था. सिंह ने बताया कि जब्त चरस की कीमत अन्तरराष्ट्रीय बाजार में करीब एक करोड़ रूपए आंकी गयी है. आपको बता दें की इस साल लगभग सौ किलो चरस की बरामदगी हो चुकी हैं .