“हमें गांधी का देश चाहिए” – बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस
छद्म सुशासन के नाम पर जनता को ठगा और प्रताड़ित किया जा रहा है – कुमार आशीष
पटना (ब्यूरो रिपोर्ट) । मंगलवार को बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस द्वारा सदाकत आश्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर गांधी जी की मूर्ति के सामने ‘हमें गांधी का देश चाहिए’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में युवाओं ने गांधी मूर्ति पर माल्यापर्ण कर इसी विषय पर चर्चा की.
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुमार आशीष ने कहा कि गांधी जी ने इस देश को लेकर जो स्वप्न देखा था उसे वर्तमान सरकार के द्वारा हर दिन तार-तार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि गांधी जी का पूरा जीवन सामाजिक, धार्मिक सौहार्द बनाते हुए बीता था. लेकिन हत्यारों ने उनकी हत्या तो कर ही दी साथ में अब हर रोज उनके विचारों की हत्या की जा रही है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे का मंदिर बनाकर पूजा की जा रही हैं. युवा कांग्रेस उनके मनसूबों को कभी सफल होने नहीं देगा और उन फांसीवादी/पृथकतावादी ताकतों के खिलाफ संघर्ष करता रहेगा क्योंकि हमें ‘हमें गांधी का देश चाहिए’. उन्होंने कहा कि आज इसी तरह का कार्यक्रम बिहार के हर जिले में युवा कांग्रेसजनों द्वारा किया जा रहा है.
इस अवसर पर कुमार आशीष ने राज्य की जनता के नाम खुला पत्र जारी किया. उन्होंने कहा कि गांधी जी का जीवन समाज की विषमताओं, कुरीतियों और समाज में पिछड़े, विकास से वंचित लोगों के लिए संघर्ष करते हुए बीता.
आशीष ने कहा कि बिहार की भोली भाली जनता को जिस प्रकार छद्म सुशासन के नाम पर ठगा और प्रताड़ित किया जा रहा है और इससे उनका मन व्यथित है. तथाकथित सुशासन बाबू के सरकार में आये दिन घोटाले, महिला उत्प्रीरण, बाल उत्प्रीरण, दलित और कमजोर वर्गों का शोषण व उत्प्रीरण जैसे कुकृत्य सामने आ रहे हैं, जिससे प्रदेशवासियों का मस्तिस्क शर्म से झुक जा रहा है.
आशीष के अनुसार नितीश कुमार की महत्वाकांक्षी “सात-निश्चय योजना” की विफलता किसी से छुपी नही है. सृजन घोटाला, शौचालय घोटाला, छात्रवृति घोटाला, तटबंध निर्माण घोटाला आदि घोटालों से बिहार को घोटालों का प्रदेश कहा जाने लगा है. उनके अनुसार नितीश जी की मौन स्वीकृति इन सब को बढ़ावा दे रही है.
सुशासन के नाम पर बनी सरकार आज दलित और पिछड़ों को प्रताड़ित करने में कोई कसर नही छोड़ रही. आये दिन हत्या, बलात्कार, लूट-खसोट आदि वारदातों ने पूरे सूबे की कानून-व्यवस्था की पोल खोल कर रख दिया है. आज सूबे से कानून का डर समाप्त हो चुका है. उनके अनुसार जब भी बिहार के न्यूज़ चैनल खोला जाता है तो सामने आपराधिक घटनाओ का विवरण आता दिखता है. नितीश जी ने सभी टीईटी पास संविदा से बहाल शिक्षको को नियमित करने का वादा चुनाव के समय किया थाए जो आजतक अधूरा सपना ही है.
आशीष ने आगे लिखा है कि संघ मुक्त भारत के नाम पर बिहार में जनादेश पाकर गठबंधन सरकार बनी थी जिसे अपने किये काले कारनामो का दाग छुपाने के लिए संघ की गोद में जा बैठे बिहार के मुख्यमंत्री नितीश जी. आज हर मुद्दे पर संघ के आगे घुटने टेकने पर वो मजबूर हैं. बिहार द्वारा दिए गए जनादेश का दुरूपयोग कर संघ के आगे नतमस्तक मुख्यमंत्री की सोच पर तरस आ रही है.
इस खुले पत्र में आशीष ने आगे लिखा है नितीश जी ने बालू बंद करने का निर्णय लिया – यह निर्णय क्यों और किस परिस्तिथि में लिया गया, आज तक बिहार की भोली भाली जनता के पल्ले नही पड़ा है. बालू बंद होने से बिहार का मजदूर वर्ग रोजगार विहीन हो गया और उसके परिवार में खाने के लाले पड़ गए. बिहार में निर्माण कार्य से जुडी अर्थव्यवस्था चौपट हो गयी. ईट, सीमेंट उद्योग का पूरा कारोबार रुक गया, आम जनता का घर अधूरा पड़ा है. बालू माफियाओं का राज पूरे बिहार में फ़ैल गया है. लोग बालू को महँगी दरों पर खरीदकर अपना मकान निर्माण करवा रहे हैं.
आशीष के अनुसार अब ऐसी अराजक परिस्तिथि मे सूबे की प्रबुद्ध जनता को ही निर्णय लेना है कि इस कुशासन की सरकार को सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार है भी या नहीं.
इस अवसर पर मंजीत आनन्द साहू, मृणाल अनामेय, गुंजन पटेल, विकास विशाल, बंटी यादव, शशि रंजन, संतोष मिश्रा, सौरभ कुमार,राजीव आदि उपस्थित थे.