CK अनिल ने SIT पर लगाया दबाव में काम करने का आरोप
पेपरलीक मामले में फंसाने की हो रही साजिश- CK अनिल
CM और सचिव कर रहे फंसाने की साजिश
पिछले करीब 2 महीने से अपनी फरारी को लेकर चर्चा में चल रहे वरिष्ठ IAS अधिकारी और BSSC के OSD CK अनिल ने बड़ा खुलासा किया है. सी के अनिल ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर BSSC पेपरलीक कांड की CBI जांच की मांग की है.
BSSC (बिहार कर्मचारी चयन आयोग) पेपर लीक मामले में फरार चल रहे आयोग के OSD (विशेष कार्य पदाधिकारी) रहे IAS अधिकारी CK अनिल ने इस मामले में कई अहम खुलासे भी किए हैं. बता दें कि पेपरलीक मामले में पुलिस सीके अनिल को तलाश रही है. इस बीच मुंबई से लिखे पत्र में CK अनिल के अनुसार उन्हें बड़े राजनेताओं और नौकरशाहों के दबाव में बेवजह फंसाया जा रहा है. CK अनिल ने सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके प्रधान सचिव चंचल कुमार पर उन्हें फंसाने का आरोप लगाया है.
सी के अनिल के मुताबिक उन्होंने बीते साल अगस्त में पदोन्नति में अनियमितताओं का खुलासा किया था. 1992 बैच के तीन वरीय नौकरशाह चंचल कुमार, हरजोत कौर व दीपक कुमार को जून 2016 में प्रधान सचिव रैंक में प्रमोट किया गया था. लेकिन बिहार सरकार के इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया, क्योंकि तीनों अधिकारियों की सेवा अवधि निर्धारित 25 साल से कम पाई गई थी.
सीके अनिल के अनुसार राज्य सरकार इन तीन अधिकारियों की पदोन्नति में रंगे हाथ पकड़ी गई. इस कारण कई वरीय राजनेता व नौकरशाह नाराज हो गए. सीके अनिल ने पटना के SSP व पेपरलीक मामले की जांच कर रही SIT के मुखिया मनु महाराज को भी इन नेताओं व नौकरशाहों के प्रभाव में काम करने का आरोप लगाया है. CK अनिल ने ये भी दावा किया कि वे फरार नहीं हैं. स्पाइनल प्रॉब्लम की वजह से उन्होंने 1 मार्च से 1 जून तक मेडिकल लीव के लिए मुख्य सचिव को आवेदन भेजा हुआ है. सी के अनिल के इस पत्र ने एक बार फिर पेपरलीक कोे लेकर बड़े घोटाले की ओर संकेत दे दिया है.