मिट्टी घोटाले में लालू को क्लीन चिट पर विपक्ष का घमासान
सुशील मोदी ने बोला सीएम नीतीश पर हमला
‘मिट्टी घोटाले की फाइल सार्वजनिक करें मुख्यमंत्री’
‘बेचारे मुख्य सचिव की क्या हैसियत कि लालू के मंत्री बेटों को दोषी करार दें’
मिट्टी घोटाले में चीफ सेक्रेट्री(CS) अंजनी कुमार सिंह ने लालू एंड फैमिली को क्लीन चिट क्या दी, पूरा विपक्ष आज सरकार पर हमलावर हो गया. ना सिर्फ बीजेपी बल्कि हम नेता और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने भी सीधे मुख्यमंत्री पर प्रहार किया.
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि जब मुख्यमंत्री में कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है तो कुछ माह बाद सेवानिवृत्त होने वाले बेचारे मुख्यसचिव की क्या हैसियत कि वे लालू प्रसाद के मंत्री बेटों को मिट्टी घोटाले के आरोप में दोषी करार दें . मुख्यमंत्री में अगर हिम्मत है तो मिट्टी घोटाले की फाइल सार्वजनिक कर सर्वदलीय समिति से जांच कराएं. चारा घोटाले के दौरान भी लालू प्रसाद ने अधिकारियों से जांच करवा कर क्लीन चिट ले लिया था मगर बाद में लालू प्रसाद समेत कई अधिकारियों को जेल की हवा खानी पड़ी थी.
पहले मुख्यसचिव ने कहा कि केवल संचिका मंगाई है कोई जांच का आदेश नहीं दिया है. जब जांच हुई ही नहीं तो फिर लालू प्रसाद को क्लीन चिट कैसे दे दिया. सुमो ने कहा कि शुरू में 90 लाख की योजना की बात कही गई, फिर जू के निदेशक ने कहा कि पाथवे बनाने के लिए 44 लाख की मिट्टी खरीदी गई है. अब मुख्यसचिव पलट कर कह रहे हैं कि 9 लाख की मिट्टी काटे गए पेड़ों की खाली जगह को भरने के लिए खरीदी गई है. तो जू में जो पाथ-वे बना उसके लिए मिट्टी किस योजना व कहां से लाई गई.
सुशील मोदी ने सवाल किया कि जिस एम एस इंटरप्राइजेज को मिट्टी कटाई-ढुलाई का काम दिया गया उसके लिए टेंडर कब निकाला गया था. टेंडर किस अखबार में छपा था और किन लोगों की कमिटी ने टेंडर स्वीकृत किया. क्या लालू प्रसाद के 700 करोड़ की लागत से बन रहे मॉल और जू की मिट्टी की जांच कराई गई. दरअसल अब यह घोटाला केवल मिट्टी का नहीं बल्कि अरबों-खरबों के मॉल और जमीन का है. नीतीश कुमार में अगर हिम्मत है तो एसआईटी या सर्वदलीय समिति से इस पूरे मामले की जांच कराएं.