बिहार में एक बार फिर बिजली महंगी होने की आशंका गहरा गई है. बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने अगले वित्तीय वर्ष से बिजली दरों में पांच प्रतिशत की बढ़ोत्तरी का फरमान सुनाया है. हालांकि बिजली कंपनी ने 44 फीसदी वृद्धि का प्रस्ताव दिया था. आयोग के फैसले के बाद अब बिहार सरकार ने बिजली दर की समीक्षा की बात कही है. समीक्षा में अनुदान देने पर विचार हो सकता है.
आपतो बता दें कि पिछले साल आयोग ने बिजली दरों में 55 फीसदी बढ़ोत्तरी की थी. तब बिहार सरकार ने 35 फीसदी तक सब्सिडी देने की घोषणा की थी. फिर भी बिजली बिल 20 फीसदी बढ़ गया. अब देखना है कि राज्य सरकार इस साल कितना अनुदान देती है और लोगों को कितनी राहत मिल पाती है.
क्या कहते हैं आंकड़े-
शहरी इलाके की बिजली दर प्रति यूनिट
यूनिट स्लैब वर्तमान दर वृद्धि के बाद
1-100 4.27रू 6.15रू
101-200 5.02 6.95
201-300 5.77 7.80रू
301 से ज्यादा 6.52 8.60रू
ग्रामीण इलाके की बिजली दर प्रति यूनिट
यूनिट स्लैब वर्तमान दर वृद्धि के बाद
0-50 2.65 6.15
51-100 2.90 6.40
100 से ज्यादा 3.15 6.70