बिहार में बुधवार को मैट्रिक परीक्षा के समापन के साथ ही BSEB के साथ सरकार ने भी राहत की सांस ली है. पेपर लीक और कदाचार को लेकर मचे हंगामे के बीच इंटर और मैट्रिक परीक्षा के सफल संचालन का चैलेंज झेल रही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इस बार कई मायनों में दोनो परीक्षाओं के संचालन में मुकाम हासिल किया. हालांकि इस दौरान पेपर लीक और कुछ अन्य वजहों से कई बार हालात बिगड़ते दिखे लेकिन बेहतर प्रशासनिक और समन्वय व्यवस्था ने वक्त रहते इन पर नियंत्रण कर लिया.
नतीजा ये रहा कि इस बार मैट्रिक परीक्षा के दौरान पूरे बिहार में 407 परीक्षार्थी निष्कासित हुए जबकि 78 मुन्नाभाई भी पकड़े गए. परीक्षा के दौरान हर दिन BSEB के अध्यक्ष खुद परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों और सेंटर इंचार्ज के साथ दंडाधिकारियों से रूबरू होते रहे.
बता दें कि मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2017 का आयोजन पूरे राज्य में कुल 1532 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित किया गया था, जिसमें सम्मिलित होने के लिए कुल 17,63,423 परीक्षार्थियें ने फार्म भरा था. परीक्षा के समापन पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षा के आयोजन में बेहतर काम करने वाले अधिकारियों और शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा.
बता दें कि इंटर परीक्षा का मूल्यांकन 15 मार्च से जबकि मैट्रिक परीक्षा का मूल्यांकन 21 मार्च से शुरू होगा. BSEB अध्यक्ष ने ये भी कहा कि इस साल दोनो परीक्षा का रिजल्ट भी पहले की तुलना में जल्द आएगा.
आखिरी दिन BSEB अध्यक्ष आनंद किशोर ने ए एन कॉलेज, महंथ हनुमान शरण उच्च विद्यालय राजापुर, द्वारिका हाई स्कूल मंदिरी और राजकीय बालिका उच्च विद्यालय, शास्त्री नगर परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया.