श्रम संसाधन विभाग बिहार सरकार को बाल श्रम से मुक्ति की दिशा में बेहतर कार्य हेतु CLTS यानी Child Labour Tracking System को स्वर्ण और बिहार कौशल विकास मिशन के तहत संचालित भर्ती– प्रशिक्षण–तैनाती (RTD) परियोजना को रजत अवार्ड से नवाजा गया.
नई दिल्ली में आयोजित 92वें स्कॉच सम्मिट इंडिया इकोनॉमिक्स फोरम में श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार को CLTS यानी Child Labour Tracking System के लिए गोल्ड अवार्ड से नवाजा गया. वही श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार के अंतर्गत बिहार कौशल विकास मिशन के तहत संचालित भर्ती – प्रशिक्षण – तैनाती (RTD) परियोजना को नई दिल्ली में आयोजित 92वें स्कॉच सम्मिट इंडिया इकोनॉमिक्स फोरम में सिल्वर अवॉर्ड से नवाजा गया. इस अवॉर्ड को श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार के प्रधान सचिव-सह-मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, बिहार कौशल विकास मिशन, अरविन्द कुमार चौधरी ने प्राप्त किया. उक्त अवसर पर बिहार कौशल विकास मिशन के मिशन निदेशक, संजय कुमार, संयुक्त श्रमायुक्त, दिग्विजय और सहायक श्रमायुक्त, रोहित राज सिंह मौजूद रहे.
विदित हो श्रम संसाधन विभाग, बाल श्रम से मुक्ति की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है साथ विमुक्त हुए बच्चों के पुर्नवास हेतु भी अग्रेतर कारवाई कर रही है. जिसके पूर्ति हेतु श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार द्वारा CLTS यानी Child Labour Tracking System बनाया गया है. जो राज्य में बाल श्रम से जुड़े बच्चों के विमुक्ति और उनके पुनर्वास के लिए अत्यंत ही कारगर है. यह बिहार सरकार की विशेष पहल है इसके माध्यम से राज्य के प्रत्येक जिले में बच्चों को ट्रैक किया जाता है.
वही बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम भर्ती – प्रशिक्षण – तैनाती (RTD) एक अभिनव और अपनी तरह की खास पहल है, जिसका उद्देश्य “गतिशील और मांग-आधारित नियोजन प्रणाली” को स्थापित कर बिहार को एक प्रभावी और कुशल कौशल पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में स्थापित करना है. देश और विदेशों के उद्योग और कॉर्पोरेट्स की मांग के अनुरूप कार्यबल को तैयार करने के लिए बिहार कौशल विकास मिशन की यह योजना बेहद प्रभावी है. इसके तहत प्रदेश के युवाओं को वैश्विक मांग आधारित कोर्स में पहले भर्ती किया जाता है. तत्पश्चात उन्हें प्रशिक्षण देकर तैनात किया जाता है. डोमेन स्किलिंग के लिए नियोजित उद्योगों के दृष्टिकोण से मौजूदा कौशल विकास कार्यक्रम, भर्ती-ट्रेन-तैनाती (आरटीडी) मॉडल को बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा अपवाद के रूप में उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा करने और बिहार के युवाओं की सहायता के लिए शुरू किया गया है, जिसे आज दिल्ली में 92वें स्कॉच सम्मिट इंडिया इकोनॉमिक्स फोरम में सिल्वर अवॉर्ड से नवाजा गया.
बता दें कि स्कॉच अवार्ड एक प्रमुख संगठनिक पुरस्कार है जो भारत में सार्वजनिक निगम, निजी कंपनियों, और सरकारी उपक्रमों को उनके उत्कृष्टता के लिए प्रशंसा करने का माध्यम है. यह पुरस्कार स्कोच संस्था द्वारा संचालित किया जाता है, जो सालाना स्कोच सम्मेलन में प्रदान किया जाता है. यह पुरस्कार उद्यमिता, सरकारी सुशासन, तकनीकी उन्नयन, कौशल विकास, सामरिक सुरक्षा, और सार्वजनिक निगमों के क्षेत्र में उन्नति को पहचानता है. यह ग्रुप 1997 से भारत की अग्रणी पूर्ण सेवा परामर्श फर्म है. इसमें एक रणनीति परामर्श अभ्यास, एक गैर-लाभकारी फाउंडेशन, एक मीडिया विंग और एक उद्योग संघ शामिल है. इसकी शोध रिपोर्ट और सिफारिशें वैश्विक नीति निर्माताओं, नियामकों और उद्योग द्वारा समान रूप से संदर्भित और उद्धृत की जाती हैं.
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