बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम का वेब साइट लांच
कला के बिना अच्छा जीवन नहीं हो सकता
15-20 नवंबर 2016 को रीजनल फिल्म महोत्सव का आयोजन
बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम का वेब साइट का लांचिंग राज्य के कला संस्कृति एवं युवा मामलों के मंत्री शिवचंद्र राम के पटना के मॉरिसन भवन में हुआ. इस दौरान मंत्री शिवचंद्र राम ने बताया कि बिहार की कला संस्कृति जगत में वेब साइट की लांचिंग एक ऐतिहासिक और राज्य में फिल्मों के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है. अब राज्य ही नहीं, दुनियां भर के तमाम लोग, इस वेबसाइट के माध्यम से बिहार की कला संस्कृति से जुड़ सकेंगे.मंत्री शिवचन्द्र राम ने बताया कि फिल्म निगम की इस वेब साइट देश – विदेश के प्रोड्यूशर, एक्टर और फिल्म की समझ रखने वालों के लिए भी महत्वपूर्ण होगा. हम यहां बिहार के शूटिंग लोकेसंस के साथ – साथ लॉजिंग और सेक्यूरिटी की जानकारी भी उपलब्ध करवाएंगे. बिहार में शूटिंग के लिए राज्य सरकार फिल्मकारों को हरसंभव मदद मुहैया करवाएगी.
मंत्री ने लांचिंग के बाद आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आगामी 15-20 नवंबर 2016 से आयोजित हो रहे रीजनल फिल्म महोत्सव के बारे भी विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि जैसे हवा के बिना इंसान नहीं रह सकता, उसी तरह कला के बिना अच्छा जीवन नहीं हो सकता. इसलिए राज्य सरकार बिहार में कला संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. इसी कड़ी में फिल्म विकास निगम द्वारा रीजनल फिल्म उत्सव का आयोजन किया जा रहा है. फिल्म नीति पर चर्चा करते हुए मंत्री राम ने कहा कि राज्य सरकार की फिल्म नीति अब अंतिम दौर में है. जल्द ही राज्य की अपनी फिल्म नीति होगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विभाग देश की अन्य राज्यों की फिल्म नीतियों की समीक्षा कर एक उन्नत फिल्म नीति बिहार के लिए बना रही है. यह वजह है कि विलंब हुआ है. इसके बाद में बिहार में सेंसर बोर्ड का कार्यालय भी खुलेगा.
संवाददाता सम्मेलन में को संबोधित करते हुए बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम के एमडी गंगा कुमार ने कहा कि राज्य की कला एवं संस्कृति को निखारने के लिए आगामी 15-20 नवंबर 2016 को रीजनल फिल्म महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. गंगा कुमार ने रीजनल फिल्म महोत्सव को सबसे अलग तरह का आयोजन बताते हुए कहा कि रीजनल फिल्म महोत्सव का थीम इस बार लोगों को काफी पसंद आएगा. रीजनल फिल्म महोत्सव में कई भाषाओं की फिल्में प्रदर्शित होंगी. साथ ही उन भाषाओं की संस्कृति, रहन – सहन और खाना – पान का भी समन्व भी रीजनल फिल्म महोत्सव में देखने को मिलेगा. उन्होंने दावा किया कि इससे पहले कभी भी कोई रीजनल फिल्म महोत्सव ऐसा नहीं हुआ है. उन्होंने आज लांच हुई निगम की वेब साइट के बारे कई अहम जानकारियां दी. संवाददाता सम्मेलन में फिल्म समीक्षक विनोद अनुपम, विनय कुमार और मीडिया प्रभारी रंजन सिन्हा भी शामिल रहेे.