बिहार फ्रेटर्निटी के तत्वाधान में बड़े पैमाने पर आयोजित किया कार्यक्रम
लिट्टी चोखा के जायके के साथ भोजपुरी-मैथिली गीतों पर झूमे लोग
800 से ज़्यादा लोगों ने की शिरकत
रवींद्र भारती
यूरोपियन यूनियन की व्यवसायिक राजधानी फ़्रैंकफ़र्ट में मिथिला, मगध और भोजपुरिया का संगम दिखा. ‘बिहार फ्रेटर्निटी’ के तत्वाधान में बड़े पैमाने पर धूम-धाम से मनाया गया. बिहार महोत्सव 2023 में 800 से ज़्यादा लोगों ने शिरकत किया.
मिथिला पाग, मिथिला पेंटिंग, नालंदा विश्वविद्यालय के सील का रेप्लिका, वैशाली स्तंभ का रेप्लिका, टिकुली कला, बुद्ध की छाया, छठ पूजा व चंपारण सत्याग्रह का नाटकीय रूपांतरण और सामा-चकेवा, झिझिया व कजरी लोक नृत्यों का तड़का भी दिखा. लिट्टी चोखा के जायके के साथ भोजपुरी-मैथिली गीतों का दर्शकों ने रस भी लिया.
बिहार फ्रेटर्निटी के अध्यक्ष श्री प्रकाश शर्मा का कहना है कि बिहार की कला व संस्कृति को दुनिया के समक्ष प्रस्तुत करने का माध्यम ‘बिहार फ्रेटर्निटी’ ने तैयार किया जिसमें अप्रवासी भारतीय कलाकारों ने अपने बिहार की संस्कृति को लोगों के सामने प्रस्तुत किया.
फ़्रैंकफ़र्ट में भारतीय प्रधान कौंसुलावास से संजय जसवाल, अभिनेत्री आयफ़र आर्स्लन, जर्मन राजनेता राहुल कुमार समेत कई दिग्गज अतिथियों ने अवसर पर अपनी बात रखी. लोगों ने बिहार की कला संस्कृति को अनुकरणीय बताया. इस मौके पर उज्ज्वला गुप्ता की टीम ने सामा-चकेवा नृत्य प्रस्तुत किया तो अकांशा राय की टीम ने झिज़िया व कजरी की मनोहारी प्रस्तुति से लोगों को मन्त्र मुग्ध कर दिया.
यहाँ देखें नृत्य
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