बिहार के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन का निधन हो गया है. वे वर्तमान समय में मध्य प्रदेश के राज्यपाल थे और लंबे समय से बीमार थे. सांस लेने में तकलीफ और पेशाब संबंधी परेशानियों को लेकर 11 जून को उन्हें लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था तब से वे लगातार बीमार चल रहे थे. उन्हें लीवर और किडनी से संबंधित परेशानियां थीं. उनकी बीमारी के कारण यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का कार्यभार दिया गया था. मध्य प्रदेश का राज्यपाल बनने से पहले वे बिहार के राज्यपाल थे.
खास बातें
बिहार के 39वें राज्यपाल के रूप में लालजी टंडन ने 23 अगस्त 2018 को शपथ ली थी और अगस्त 2019 में मध्यप्रदेश के राज्यपाल बनाए गए. लालजी टंडन ने बिहार के विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह नियमित करने और दीक्षांत समारोह में भारतीय परिधानों का चलन शुरू कराया. अकादमिक तथा परीक्षा कैलेंडर के नियमित करने पर उन्होंने विशेष जोर दिया. इस कड़ी में कई विश्वविद्यालयों की लंबित परीक्षाएं उनकी पहल से ही ली गयीं. विश्वविद्यालयों की तमाम योजनाओं में छात्रहित को सर्वोपरि रखने की हिदायत हमेशा विश्वविद्यालयों को देते रहे. राजभवन में धन्वंतरी तथा नक्षत्र वाटिकाएं स्थापित करवाईं. विश्वविद्यालयों में 2019 से यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (यूएमआईएस) लागू कराया. लालजी टंडन ने राजभवन को शैक्षिक-सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बनाया. इस कड़ी में जो सबसे बड़ी कार्यशाला हुई, वह उच्च शिक्षा के विकास के ब्लूप्रिंट निर्माण को लेकर हुई.
पीएनसीबी