बिहार सरकार द्वारा दवा दुकानों के लिए फर्मासिस्ट को अनिवार्य करने सहित अन्य कई कड़े कानून को थोपने से नाराज आरा के शाहपुर जोन के दवा विक्रेताओं द्वारा प्रदेश केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट संघ के आह्वान पर काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया. दवा विक्रेताओं को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष मंटू दुबे तथा जिला सह सचिव राजेन्द्र साह ने कहा कि सरकार का कानून खुदरा दवा विक्रेताओं के लिए घातक है. सरकार जानबूझ कर ऐसे नियम बना रही है कि दवा दुकान परेशान हो.क्योंकि वर्तमान समय में अंग्रेजो के ज़माने में बनाये कानून मृत प्राय है. ऐसे कानूनों की कोई आवश्यकता नहीं है. फिलहाल किसी भी दवा दुकान में खुली दवा या फिर सील तोड़कर दवाये नहीं बेची जातीं. जो भी दवायें बिक्री की जाती है वो दवा कंपनियों द्वारा सरकार के निगरानी में सील बंद ही आती है. ऐसे में खुदरा दवा दुकानों में फार्मासिस्ट की आवश्यकता क्यों?
सभी दवा दुकानदार 6 अप्रैल से 11 अप्रैल तक काला बिल्ला लगाकर विरोध जतायेंगे एवं 12 अप्रैल को दुकाने बंद रहेंगी. विरोध प्रदर्शन करने वालो में संघ के जिला कार्यकारणी सदस्य अखिलेश कुमार सिंह,अरबिंद तिवारी,मो जमील अख्तर,राम रतन साह, चंद्र प्रकाश गुप्ता,मनोज वर्मा,मनीष साह, मो अमजद शाह, दिनेश कुशवाहा, कमलेश पाण्डेय, संजय ठाकुर, मुन्ना साह , शशिभूषण ओझा, लाल नारायण ओझा,गोपाल सिंह, विजय कुमार गुप्ता, प्रदीप कुमार केशरी सहित कई दवा दुकानदार शामिल रहे.
शाहपुर से दिलीप ओझा