BJP MP RK सिन्हा ने राजभवन को दिया अल्टीमेटम पत्र
आंदोलन के लिए खुद उतरेंगे सड़कों पर
भोजपुरी की पढ़ाई 9 माह बाद भी नहीं शुरू होने पर राज्यसभा सांसद आर. के. सिन्हा ने राजभवन को एक पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने इसे जल्द शुरू कराने की वकालत की है साथ ही नहीं शुरू करने की स्थिति में अल्टीमेटम देते हुए आन्दोलन की बात भी कही है.
पूरी दुनिया में भोजपुरी में MA-PHD पढ़ाई का इकलौता संस्थान वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय (VKSU) आरा के स्नातकोत्तर भोजपुरी विभाग को 26 वर्ष पढ़ाई करने के बाद राज्यपाल ने अचानक बंद करा दिया. इन 26 वर्षों में विभाग की मंजूरी के लिए विवि और सरकार के बीच लगातार पत्र-व्यवहार होता रहा. आखिरी पत्र में मंजूरी और पद-सृजन के बाद कुल खर्च का ब्योरा भी माँगा गया था, जिसे विवि ने 2014 में ही भेज दिया था.
26 वर्षों तक विभाग की सरकारी मंजूरी नहीं होने से दुःखी भोजपुरी के साहित्यकार-विद्वान लोग PIL के माध्यम से पटना उच्च न्यायालय में गुहार लगाए. कोर्ट द्वारा इसपर घोर आश्चर्य किया गया और इस गलती के लिए जिम्मेवार लोगों से जवाब माँगा गया. कोर्ट की सख्ती से बचने के लिए राजभवन द्वारा ‘ड्राफ्ट रेगुलेशन’ का बहाना बनाकर विभाग को बंद करा दिया गया, जबकि इन 24-26 वर्षों में सरकार और राजभवन से विवि के लगातार होने वाले पत्र-व्यवहार में कभी भी ‘ड्राफ्ट रेगुलेशन’ का जिक्र नहीं किया गया. इस बात का उल्लेख विवि द्वारा भेजे गए पत्र में है.
विभाग बंद होने के बाद पूरे शाहाबाद में व्यापक छात्र एवं जन आंदोलन भी हुआ. कई दिनों तक विवि और पूरा शाहाबाद बंद रहा. आनन फानन में 15 दिनों के भीतर राजभवन द्वारा बताई गयी सारी कमियों एवं प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए विवि द्वारा ‘ड्राफ्ट-रेगुलेशन’ आदि को 26 सितम्बर 2016 को राजभवन भेज दिया गया.
सारी कमियों को पूरा कर ‘ड्राफ्ट रेगुलेशन’ भेजने के 09 माह बाद भी राज्यपाल द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया और अब भी विभाग बंद है. अपनी आत्मा की भाषा, अपनी मातृभाषा भोजपुरी के प्रति हो रहे इस अन्याय के विरोध में माननीय राज्य सभा सांसद आर के सिन्हा ने राज्यपाल को अल्टीमेटम-पत्र भेजा है. उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि अगर शीघ्र निर्णय नहीं हुआ तो आरा में व्यापक आंदोलन होगा और स्वयं आंदोलन में भाग लेकर उसे गति देंगे.
आरा से ओपी पांडे