हस्ताक्षर अभियान के साथ हो रही शुरुआत
भोजपुरी भाषा की पढ़ाई की मांग लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर विश्वविद्यालय प्रशासन एवं राज्य सरकार को सूचना दे दी गई है.
patnanow से बात करते हुए NSUI के सीनियर लीडर अभिषेक द्विवेदी ने बताया कि 24 अगस्त से इस मांग को लेकर हस्ताक्षर सह जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा. हस्ताक्षर के लिए स्कूल कॉलेज के कैम्पस से लेकर मुहल्लों तक पहुंच बनाई जाएगी. 29 अगस्त को विश्वविद्यालय कैंपस में धरना दिया जाएगा. अगर इतने पर भी मांग नहीं मानी गई तो पदयात्रा और राजभवन मार्च किया जाएगा.
गौरतलब है कि एक वर्ष पहले भोजपुरी बचाओ अभियान में सभी संगठनों ने जुड़कर भोजपुरी के लिए आवाज बुलंद की थी. जिसका सफल नेतृत्व करते हुए दो युवाओं ,ओ पी पांडेय और मंगलेश तिवारी ने किया था. पिछले साल 5 सितंबर को हुए इस बन्द ने सबको भोजपुरी के लिए एक किया था. पूर्व में भी विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा इस मुद्दे पर धरना, प्रदर्शन और आंदोलन हुए, विश्वविद्यालय बन्द कराया गया, रेल भी रोका गया पर जिसमे NSUI की भी जबरदस्त भूमिका थी. लेकिन एक साल बीतने के बाद भी भोजपुरी भाषा पढ़ाई शुरू नहीं हो पायी.
विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने स्तर से स्नातक और स्नातकोत्तर में भोजपुरी की पढ़ाई को लेकर हरसम्भव प्रयास किया. ड्राफ्ट और आर्डिनेंस तैयार कर विश्वविद्यालय सिंडिकेट की मुहर के साथ राजभवन भेज दिया गया पर इसका कोई नतीजा नहीं निकला. राजभवन अपने वादे से मुकर गया. इसलिए इस बार निर्णायक संघर्ष का रास्ता चुना गया है. इसके पूर्व भी भोजपुरिया जन जागरण अभियान ने कुमुद पटेल के नेतृत्व में पिछले महीने एक विशाल महाधरना का आयोजन किया था. लगता है पुनः सब संगठन एक हो अपनी ताकत भोजपुरी के झोकने वाले हैं.
आरा से सत्य प्रकाश सिंह की रिपोर्ट