आरा. Covid-19 वायरस के संक्रमण के कारण लॉक डाउन में ऑन लाइन परीक्षाएं हो रही हैं. कई परीक्षाएं इस बीच स्थगित कर दी गयी हैं तो कई के तिथियों में फेरबदल किया गया है. लेकिन इन सब के बीच सुखद खबर यह है कि संगीत से जुड़े विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा सोमवार को भोजपुर जिले में सम्पन्न हुई जहाँ प्रत्यक्ष उपस्थित होकर अपनी कला के प्रदर्शन से कला विधाओं के छात्र-छात्राओं ने वार्षिक परीक्षा दी. शत्रुंजय संगीत विद्यालय,बिरजू महाराज कला आश्रम आरा, और भारतीय संगीत महाविद्यालय, उदवंतनगर में वार्षिक प्रायोगिक परीक्षा सम्पन्न हुई. संगीत के विद्यार्थियों ने अपने-अपने महाविद्यालय के प्रांगण में उपस्थित हो संगीत की परीक्षा दी. जिले के लगभग 700 संगीत विद्यार्थियों ने संगीत की विभिन्न विधाओं में सोमवार को परीक्षा में सम्मिलित हो आपनी कला का प्रदर्शन किया. बताते चलें कि जिले में कई संगीत अध्ययन के केंद्र है जो प्रयाग संगीत विद्यालय से सम्बन्ध रखते हैं.
भारतीय संगीत महाविद्यालय उदवंतनगर में विभिन्न विधाओं में 220 परीक्षार्थियों ने प्रायोगिक परीक्षा में हिस्सा लिया. गायन में 150, वादन में 50 और नृत्य में लगभग 20 परीक्षार्थी शामिल हुए. परीक्षार्थियों के वाह्य परीक्षक के रूप में औरंगाबाद से आये पंडित दिनेश पांडेय ने परीक्षार्थियों की परीक्षा ली. परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया. एक-एक परीक्षार्थियों को बारी-बारी से बुलाकर उनकी परीक्षाएं ली गईं. हालांकि संगीत की ली जाने वाले इसके पूर्व की गायन और वादन की परीक्षाएं भी एक-एक छात्रों की ही ली जाती थी. परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी के अलावां एक अन्य व्यक्ति संगत के लिए मौजूद रहा. पंडित दिनेश पांडेय ने बताया कि संगीत विधा की प्रायोगिक परीक्षा में एकल भागीदारी छात्रों की होती है जिसके कारण पूर्व से ही संगीत की प्रायोगिक परीक्षाएं सोशल डिस्टेंस के मानक पर खरा है. यही कारण है कि छात्रों की भागीदारी हमेशा से रही है.
इस दौरान परीक्षा केंद्र पर भारतीय संगीत महाविद्यालय के प्राचार्य सत्येन्द्र सिन्हा,पीरो हाईस्कूल म्यूजिक टीचर, ब्रजमोहन पाठक, अरवल के म्यूजिक टीचर, कुमार भानु के साथ सभी परीक्षार्थी मौजूद रहे.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट