भोजपुर में गणतंत्र दिवस पर बुजुर्ग को मिला सम्मान
जब मंत्री ने दिया जनता को मौका तो पूरी बस्ती हुई भाव विभोर
आरा, 27 जनवरी. 69वें गणतंत्र दिवस पर भोजपुर में भी धूमधाम से झंडोतोलन के साथ झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. ऐतिहासिक केसरे-हिन्द उर्फ रमना मैदान में गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला प्रभारी मंत्री विनोद कुमार सिंह ने झंडोत्तोलन किया और विकास की बातें की. प्रभारी मंत्री को पुलिस के जवानों ने सलामी दी.
रमना मैदान में रंग-बिरंगी झांकियां प्रस्तुत की गयीं. इस मौके पर जिलाधिकारी संजीव कुमार, पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार, डी.पी.आर.ओ.प्रमोद कुमार, तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे. झांकियों को देखने के लिए रमना मैदान में शहरवासियों की भारी भीड़ थी. वैसे तो सभी विभागों की झांकियां रमना में प्रदर्शन के लिए आई थी, लेकिन अधिकांश गांव झांकियों में बाल विवाह और दहेज प्रथा ही देखने को मिला. इन झांकियों में भोजपुर की चर्चित लौंडा शैली नाच को भी बाल विवाह के दौरान होने वाले नृत्य के तौर पर प्रस्तुत किया गया था, जिसे देख कर कर लोगों ने खूब लुफ्त उठाया. भोजपुर पुलिस ने भी बाल विवाह पर आधारित झांकी निकाली जिसमें बाल विवाह कराने वालों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करते दिखाया गया.
रमना मैदान में झंडोतोलन के उपरांत पुलिस लाइन में भी झंडोतोलन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ. जहां भोजपुर SP ने झंडोत्तोलन किया. इस मौके पर उनके साथ भोजपुर DM और डीडीसी मौजूद रहे. भोजपुर SP आकाश कुमार ने पुलिस जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस का जन्म अंग्रेजो के समय दमन के लिए किया गया था, लेकिन स्वतंत्रता के बाद पुलिस तंत्र में बहुत सारे बदलाव हुए और वर्तमान में पुलिस जनता के हितों की रक्षा के लिए खड़ी है. उन्होंने कहा कि जनता के हितों की हिफाजत के लिए मित्रवत व्यवहार के साथ कटिबद्ध रहना ही पुलिस का मुख्य उद्देश्य है.
इसके साथ ही ही भोजपुर जिले के सभी थानों में भी झंडोतोलन किया गया. सरकारी स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में भी झंडोत्तोलन का कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न हुआ. भारत के इस राष्ट्रीय पर्व के मौके पर लोगों ने एक दूसरे को जलेबियाँ बाँटी और शाम में भब्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
80 वर्षीय बुजुर्ग को मंत्री ने दिया झंडोतोलन का मौका
आमतौर पर मंत्रियों को जनता के बीच खुद को अतिथि के रुप में देखा जाता है. लेकिन जब ये मंत्री जनता को अतिथि की तरह सम्मान देने लगे तो इसे क्या कहेंगे? मतलब साफ है बदलाव की बयार भोजपुर की फिजाओं में आ चुकी है. जी हां कुछ ऐसा ही हुआ 26 जनवरी के दिन झंडोत्तोलन के समय भोजपुर के एक गांव में…
26 जनवरी के दिन प्रभारी मंत्री के प्रति अथाह प्रेम उस वक्त देखा गया जब दौलतपुर के वे दलित बस्ती में तिरंगा फहराने गए थे. तिरंगा फहराने के दौरान उन्होंने बस्ती कहीं एक 80 वर्षीय बुजुर्ग बुटन राम से झंडा फहराने का अनुरोध कर उन्हें यह मौका दे दिया मंत्री द्वारा दिए गए सम्मान से बुजुर्ग आत्मविभोर हो गया. तिरंगा झंडा फहरा 80 साल के बुजुर्ग बुटन राम आंखे भर आई. बुटन राम को सम्मान जो प्रभारी मंत्री विनोद कुमार सिंह एवं पीस ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हुलास पांडेय ने दिया,वह आजतक उसे किसी ने नही दिया था. बुटन राम ने जब तिरंगे को फहराया तो सभी के हाथ तिरंगे को सलामी देने के लिए उठ गए. इसके बाद राष्ट्रगीत को गाया गया. वहां के लोगों को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस हम भारतीयों के लिए बहुत मायने रखता है. यह हमारे लिए बेहद ही महत्वपूर्ण दिन है. 26 जनवरी 1950 को भारतीय इतिहास में एक नया अध्याय लिखा गया था. क्योंकि भारत का संविधान इसी दिन अस्तित्व में आया था.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट
फ़ोटो: सत्य प्रकाश सिंह