भाकपा – माले नेता सुनील चंद्रवंशी की हत्या क्यों, भाजपा-जदयू सरकार जवाब दे

राज्यव्यापी विरोध दिवस के तहत आरा, संदेश, सहार सहित विभिन्न प्रखंडों में निकला विरोध मार्च!




आरा, 11 सितंबर. बुधवार को अरवल जिला के भाकपा माले जिला कमेटी सदस्य कामरेड सुनील चंद्रवंशी की हुई निर्मम हत्या के खिलाफ राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत जिले में प्रतिरोध मार्च निकाला गया. आरा में विरोध मार्च माले जिला कार्यालय श्रीटोला, बस स्टैंड आरा से निकाल कर शिवगंज, शीतल टोला, जेल रोड से होते हुए गोपाली चौक पर सभा में तब्दील हो गया. मार्च में कॉमरेड सुनील चंद्रवंशी के हत्यारों को अविलंब गिरफ्तार करो, उनके परिजन को मुआवजा दो , केस का स्पीडी ट्रायल चलाकर कर अपराधियों को सजा दो, उनके परिजन की सुरक्षा का गारंटी करो आदि नारे लगा रहे थे.

सभा को संबोधित करने वाले प्रमुख वक्ताओं में शिव प्रकाश रंजन, अगिआंव विधायक , कयामुद्दीन अंसारी, इंसाफ मंच राज्य सचिव, विकास कुमार, दिलराज प्रीतम , अमित कुमार बंटी शामिल थे.

मार्च में में राजनाथ राम, विष्णु ठाकुर, भोला यादव, निरंजन केसरी, शिवमंगल यादव, सुशील यादव, देवेंद्र यादव, हरिनाथ राम, संतोष राम, रामाशंकर प्रसाद, लल्लू कुमार ,संत विलास राम, मिल्टन कुशवाहा, अखिलेश गुप्ता, रोशन कुशवाहा, साहिल अरोरा सहित कई लोग उपस्थित थे.

राज्यव्यापी प्रतिरोध मार्च जगदीशपुर पार्टी कार्यालय से निकाला गया. मार्च बजार होते हुए किला गेट के पास पहुंचा जहां मार्च सभा में तब्दील हो गई. सभा का संचालन भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य शाहनवाज़ खान ने किया। वहीं सभा में उपस्थिति रहें भाकपा माले प्रखंड सचिव कमलेश यादव, नगर सचिव गणेश कुशवाहा, उमेंद्र प्रसाद, श्री भगवान राम, रामेश्वर शाह, अरविंद कुमार, मुख्तर कुरैशी,साबिर हुसैन, प्रदीप नट, आइसा नेता अरशद हाशमी

विरोध मार्च संदेश में हुआ जिसका नेतृत्व जिला कमिटी सदस्य नीलम कुँअर ने किया. सहार में प्रखण्ड सचिव उपेंद्र भारती ने किया.

सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले नेताओं ने कहा कि भाकपा – माले अरवल जिला कमिटी नेता कॉमरेड सुनील आम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे. वे गरीबों के लिए लगातार संघर्ष कर रहे थे. जिस कारण वो सामंती अपराधियों के आंखो की किरकिरी बने हुए थे. अपराधियों ने पिछले 9 सितंबर की शाम 7.30 बजे जब वे पार्टी का कार्य संपन्न कर मोटरसाइकिल से करपी से अपने गांव छक्कन बिगहा लौट रहे थे, तभी इमामगंज बाजार और कोचहसा गांव के बीच अवस्थित राइस मिल के नजदीक घात लगाए अपराधियों ने अंधाधुन 6 गोली चलाकर उनकी निर्मम हत्या कर दी.

नेताओं ने कहा कि भाजपा-जदयू के शासन में सामंती अपराधी बेलगाम हो गये है. पूरे बिहार में हत्या, लूट, बलात्कार की घटना चरम पर है. अब गरीबों के हक अधिकार की लड़ाई लड़ने वाले राजनीतिक कार्यकर्ताओं की भी हत्याएं होने लगी है और जंगल राज की बात करने वाले लोगों की बोलती बंद है.
नेताओं ने कहा जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भाजपा ने कब्जा किया है बिहार में अचानक आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई है, इससे बिहार की सरकार के कार्यशैली पर सवाल उठ रही है. लेकिन मुख्यमंत्री आंख बंद किए हुए है. अपराध पर कोई लगाम नहीं लगाया जा रहा है. अगर अपराध पर कोई नियंत्रण नहीं किया गया तो आने वाले समय में माले सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन तेज करेगी.

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