walk for LIFE अभियान शुरू
आप भी डाइबिटीज के चपेट में आ सकते है
डॉ तबस्सुम अहमद -महिलाओं में सबसे ज्यादा हो रही है डाइबिटीज
डाइबिटीज सबसे ज्यादा उन लोगों को हों रहा है जिसके परिवार में पहले से कोई ना कोई डाइबिटीज से पीड़ित रहा हो. आज डाइबिटीज का शिकार हर वर्ग के लोग हो रहे हैं. पहले यह बिमारी अमीरों की मानी जाती थी किन्तु आज यह हर घर की समस्या बन गई है. अगर आप समय रहते इसके प्रति जागरूक नहीं होंगे तो यह आनेबाले नशलै को बर्बाद कर देगी. महिलाओं में डाइबिटीज सबसे ज्यादा हो रही है खासकर गर्भावस्था के दौरान क्योंकि जैसे ही महिलाएं गर्भ धारण करती है उनका हार्मोन में परिवर्तन होता है और फिर ग़लत खाने पीने और शरीर को आराम देने का नतीजा होता है गर्भावस्था में डाइबिटीज का होना. उक्त बातें आस्था फाऊंडेशन द्वारा चलाए जा रहे वाक् फार लाइफ डाइबिटीज जागरूकता अभियान के तहत गरीब ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करते हैं मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ डा तबस्सुम अहमद ने कही. इस कार्यक्रम में सबसे ज्यादा मुस्लिम समुदाय के महिलाओं ने हिस्सा लिया.
डाक्टर तबस्सुम अहमद ने उनसे अपील करते हुए कहा कि जैसे ही कोई महिला गर्भवती होकर उनके पास जांच के लिए आती है सबसे पहले उनका सुगर की जांच करवाई जाती है जिससे की पता चले कि सुगर है या नहीं. ऐसे में देखा जाता है कि अधिकांश महिलाएं गर्भावस्था के दौरान सुगर से पीड़ित है होती है. फिर उनका इलाज़ किया जाता है जिससे की बच्चों को खतरा ना हो . ऐसे में आस्था फाऊंडेशन द्वारा चलाए जा रहे वाक् फार लाइफ मुहिम तारीफ़ करने योग्य है. संस्था के सचिव पुरुषोत्तम सिंह ने कहा कि आस्था फाऊंडेशन लगातार गांव गांव जाकर महिलाओं को खासकर गरीब तबके के लोगों को डाइबिटीज के प्रति जागरूक कर रही है और इस मुहिम कोडाक्टरों का सहयोग मिल रहा है .