मुंबई के अस्पताल में ली अंतिम सांस
मशहूर गायक और कंपोजर बप्पी लहरी का 69 साल की उम्र में निधन हो गया है. बप्पी लहर का निधन मुंबई के क्रिटिकेयर हॉस्पिटल में हुआ है. अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर दीपक नामजोशी ने बताया है, ‘बप्पी लहरी को अस्पताल में एक महीने भर्ती रखा गया था. इसके बाद उन्हें 15 फरवरी को छुट्टी दी गई थी. लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत फिर अचानक बिगड़ी. इसके बाद परिवार ने घर पर ही डॉक्टर को बुलाने के लिए कॉल की थी. बाद में उन्हें अस्पताल लाया गया था. उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं. उनका निधन मंगलवार रात को ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया (OSA) के कारण हुआ है.’
क्रिटिकेयर हॉस्पिटल के अनुसार डॉ. दीपक नामजोशी बप्पी लहरी का इलाज कर रहे थे. उन्हें ओएसए और चेस्ट इंफेक्शन था. उनका निधन मंगलवार रात को 11:45 बजे हुआ. बप्पी लहरी को पिछले एक साल से ओएसए की बीमारी थी. उन्हें पहले भी कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया था और हर बार वह ठीक होकर घर गए थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बप्पी लहरी के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने ट्विटर पर उनके साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘बप्पी लाहिड़ी जी का संगीत सर्वांगीण था, विविध भावनाओं को खूबसूरती से व्यक्त करता था. कई पीढ़ियों के लोग उनके कार्यों से खुद को जोड़ सकते हैं. उनका जीवंत स्वभाव सभी को याद रहेगा. उनके निधन से दुखी हूं. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना. ओम शांति.’
1980 और 1990 के दशकों में अपने संगीत और गानों के जरिये लोगों के दिलों पर छाने वाले बप्पी लहरी ने डिस्को डांसर, शराबी और नमक हलाल जैसी सुपरहिट फिल्मों में गाने गाए और संगीत दिया था. बप्पी लहरी का जन्म 27 नवंबर, 1952 को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था. वह बंगाली ब्राह्मण परिवार से थे.बप्पी लहरी को अप्रैल 2021 में कोरोना वायरस संक्रमण भी हुआ था. उस दौरान उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बप्पी लहरी को अप्रैल 2021 में कोरोना वायरस संक्रमण भी हुआ था. उस दौरान उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह अंतिम बार सलमान खान के साथ बिग बॉस 15 में दिखे थे. वह अपने पौत्र के साथ शो में एक गाने के प्रमोशन के लिए आए थे. आखिरी दफा उन्होंने टाइगर श्रॉफ और श्रद्धा कपूर की फिल्म बागी 3 के लिए भंकस गाना कम्पोज किया था।
बप्पी लहरी ने राजनीति में भी किस्मत आजमाई थी. उन्होंने 2014 में बीजेपी ज्वाइन की थी. उन्हें 2014 के आम चुनाव में पश्चिम बंगाल की श्रेरामपुर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया था. हालांकि वह चुनाव जीत नहीं पाए थे.