बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान समारोह दिसम्बर में




अनिल विभाकर, पूनम सिंह,को मिला बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान

डा.विनय कुमार , रामदेव सिंह, रतन वर्मा और युवा कवि विनय सौरभ भी होंगे समानित

बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान समारोह समिति,आरा करेगी सम्मानित


पटना। हिन्दी साहित्य में विशिष्ट योगदान के लिए वरिष्ठ कवि अनिल विभाकर, वरिष्ठ कथाकार पूनम सिंह, वरिष्ठ कवि डा.विनय कुमार , वरिष्ठ कथाकार रामदेव सिंह, रतन वर्मा और युवा कवि विनय सौरभ को प्रतिष्ठित ‘ बनारसी प्रसाद भोजपुरी’ सम्मान देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार 2017 के बाद से लम्बित था। हर वर्ष एक लेखक-साहित्यकार को यह पुरस्कार दिया जाता है।

पुरस्कार समिति के संयोजक प्रो. अरविंद कुमार ने बताया कि यह पुरस्कार प्रेमचंद युगीन साहित्यकार स्व. बनारसी प्रसाद भोजपुरी की स्मृति में दिया जाता है। उन्होंने बताया कि पुरस्कार के पांच सदस्यीय निर्णायक मंडल के सदस्य थे वरिष्ठ कवि आलोकधन्वा, वरिष्ठ आलोचक प्रो.रविभूषण , वरिष्ठ कवि मदन कश्यप , वरिष्ठ कथाकार संजीव और वरिष्ठ कथाकार अवधेश प्रीत। उन्होंने बताया कि इससे पहले यह पुरस्कार वरिष्ठ कवि आलोकधन्वा , वरिष्ठ कवि ज्ञानेन्द्रपति, वरिष्ठ कवि मदन कश्यप, वरिष्ठ कथाकार मनमोहन पाठक, वरिष्ठ कथाकार हृषीकेश सुलभ, वरिष्ठ कवि बद्रीनारायण , वरिष्ठ कवि निलय उपाध्याय, पत्रकार हेमंत, पत्रकार अनिल चमड़िया, विमल कुमार और कवि रंजीत वर्मा समेत कई लोगों को मिल चुका है। यह पुरस्कार दिसम्बर में पटना में आयोजित एक विशेष समारोह में दिया जायेगा।

यह सम्मान योजना आरा निवासी प्रेमचंदकालीन साहित्यकार बनारसी प्रसाद भोजपुरी की स्मृति में वर्ष 1989 से शुरू की गई है जिसका उद्देश्य बिहार की संभावनाशील तथा महत्वपूर्ण रचनाशीलता को सम्मानित करना है। इसके अंतर्गत प्रतिवर्ष कविता या कहानी की किसी एक विधा में उल्लेखनीय योगदान के लिए किसी एक रचनाकार को बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान से सम्मानित किया जाता है, जिसमें सम्मान पत्र के अतिरिक्त पाँच हजार एक रुपये की राशि एवं प्रतीक चिह्न शामिल है।

अबतक यह सम्मान वर्ष 1989 में पत्रकारिता के क्षेत्र में अनिल चमड़िया तथा वेद प्रकाश वाजपेयी को संयुक्त रूप से 1990 में कहानी में विजेन्द्र अनिल, 1991 में कविता में आलोकधन्वा, 1992 में उपन्यास लेखन के लिए मनमोहन पाठक, 1993 में कहानी में सुरेश कांटक, 1994 में कविता के क्षेत्र में मदन कश्यप, 1995 में कहानी में चन्द्रकिशोर जायसवाल, 1996 में कविता में ज्ञानेन्द्रपति 1997 में कहानी में अवधेश प्रीत, 1998 में कविता में विमल कुमार, 1999 में कहानी में हेमन्त, 2000 में कविता में बद्रीनारायण, 2001 में कहानी में हृषीकेश सुलभ, 2002 में कविता में निलय उपाध्याय, 2003 में कहानी में शैवाल, 2004 में कविता में निर्मला पुतुल 2005 में कहानी में देवेन्द्र सिंह, 2006 में कविता में अनीता वर्मा, 2007 में कहानी में जयनंदन, 2008 में हिन्दी गीत में नचिकेता, 2009 में कविता में सुरेन्द्र स्निग्ध, 2010 में कहानी में रामधारी सिंह दिवाकर तथा 2011 में कहानी में संतोष दीक्षित 2012 के लिए हिन्दी कविता की प्रमुख हस्ताक्षर अनामिका, 2013 के लिए प्रसिद्ध कथाकार रणेन्द्र, 2014 के लिए प्रमुख कवि रंजीत वर्मा, 2015 के लिए प्रमुख कथाकार गीताश्री, 2016 के लिए प्रसिद्ध कवि संजय कुंदन एवं 2017 के लिए हिन्दी कहानी के प्रमुख हस्ताक्षर पंकज मित्र को प्रदान किया जा चुका है।

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By pnc

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