पटना,10 फरवरी. सरस्वती पूजा करने वालों को इस बार मूर्ति रखने के लिए लायसेंस लेना पड़ेगा और पंडाल या रोड पर मूर्ति के साथ DJ के कानफाड़ू व फूहड़ गानों के साथ नही चल पाएंगे. DJ के कानफाड़ू माहौल से दूसरे को जहाँ तकलीफ होगी वही आपसी सद्भाव कायम रहेगा.

सरस्वती पूजा को लेकर राजधानी पटना के अगमकुआं थाने में शांति समिति और पूजा समिति की संयुक्त बैठक हुई. इस बैठक की अध्यक्षता थाना के अपर थाना अध्यक्ष मन मोहन कुमार ने की. वयोवृद्ध वरीय सदस्य ज्ञानचंद यादव ने पूजा समितियों को शांतिपूर्वक सद्भावनापूर्ण माहौल में जिला एवं पुलिस प्रशासन के आवश्यक निर्देशों का पालन करते हुए पूजा करने की नसीहत दी.




बताते चलें कि DJ पर रोक लगाने और 10 बजे रात्रि के बाद उसे नही बजाने के लिए कदम उठाने वाले जिले में भोजपुर का नाम अग्रणी है, जहाँ अश्लीलता मुक्त भोजपुरी असोसिएशन ने 2015 में इस अभियान के साथ फूहड़ गानों पर रोक लगाने का अभियान चलाया था जिसमें छात्र-छात्राओं और जिला-प्रशासन की बड़ी भूमिका रही थी. आलम यह हुआ कि टेम्पू तक में बेतुके गाने बजते ही यात्री उसका विरोध कर गाना बन्द करवा देते थे. DJ पर रोक का सर्कुलर जारी हुआ जो आजतक जारी है.

इस अवसर पर शांति समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं जानेमन पत्रकार एस एन श्याम ने जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा जारी 44 दिशा निर्देशों को पूजा समिति के सदस्यों को पढ़कर सुनाया. इसके तहत डीजे बजाने पर पूर्ण रोक लगा दी गई है और लाइसेंस धारी पूजा समितियां को ही वैध पूजा धारक माना गया है.

कांग्रेस के नेता एवं समाजसेवी मिथिलेश कुमार सिंह ,पत्रकार राज किशोर सिंह एवं प्रसिद्ध समाज सेवी मुन्ना सिंह, भाजपा नेता हीरा सिंह तथा सिविल डिफेंस पटना के वरीय वार्डन अरुण कुमार ने भी पूजा समिति के आयोजकों को संबोधित किया.

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