पुलिस को नहीं मिल पाया एक भी शव
पटना, अजीत ।। राजधानी पटना के बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद इलाके में सोन से अवैध बालू खनन को लेकर दो परस्पर विरोधी गुटों के बीच सैकड़ों राउंड गोलीबारी गुरुवार को हुई जिसमें अब तक 5 ग्रामीणों के मारे जाने की खबर है.
बिहार में बालू के अवैध खनन पर सख्ती के बावजूद इतनी बड़ी वारदात ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. घटना से राजधानी पटना से लेकर बिहटा तक सनसनी का माहौल है.
हैरानी की बात है कि घटना के 15 से 16 घंटा बीत जाने के बावजूद पुलिस टीम एक भी शव बरामद नहीं कर पाई है. हालांकि इस घटना की जानकारी मिलने पर कई थानों की पुलिस को बालू घाटों के उस इलाके में सर्च ऑपरेशन के लिए भेजा गया है जहां गोलीबारी की खबर मिली है. हालांकि पुलिस इस मामले में सिर्फ इतना ही बता पा रही है कि ग्रामीणों द्वारा मिली सूचना के मुताबिक दो विरोधी गुटों के बीच हुई गोलीबारी में 4 से 5 लोगों के मारे जाने की खबर है. लेकिन जब तक शव को पुलिस बरामद नहीं कर लेती है तब तक कुछ भी स्पष्ट कहना उचित नहीं होगा.
दरअसल बिहार में सरकार ने बालू खनन पर रोक लगा रखी है लेकिन बदस्तूर सोन नदी से बालू का अवैध खनन जारी है. इसको लेकर बालू माफिया और अपराधियों का गिरोह आमने-सामने हैं. पटना जिले के सोन तटवर्तीय इलाके अमनाबाद और कटेसर में अवैध बालू खनन के वर्चस्व को लेकर सैकड़ों राउंड गोलीबारी हो रही है जिसमें 5 लोगों की मौत हुई है. बालू माफिया और अपराधियों को नियंत्रण करने में बिहटा एवं मनेर पुलिस विफल साबित हो रही हैं. अवैध खनन को लेकर लगातार गोलीबारी हो रही हैं, इसमें जख्मी होना तो आम बात है, दर्जनों की जान तक जा चुकी है. गुरुवार को बिहटा-मनेर सीमा के सोन तटवर्तीय क्षेत्र अमनाबाद , सुअरमरवा, कटेसर सहित दियारा इलाके में अवैध बालू खनन के वर्चस्व को लेकर दो बालू माफियाओं के बीच सैकड़ों राउंड फायरिंग होने लगी. गोलीबारी की घटना से क्षेत्र में दहशत का आलम है. स्थानीय लोगों का कहना है कि मनेर थाना एवं बिहटा थाना बालू माफिया से मोटी रकम वसूली में लगी रहती है. कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है इसीलिए बेगुनाह लोगों की जान जा रही है. बिहार पुलिस मुख्यालय ने बताया कि 5 लोगों की मौत की सूचना मिली है, घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल को भेजा जा रहा है. गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी की जा रही है. लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
बता दे कि एक तरफ बिहार में सरकार अवैध बालू खनन को लेकर बोट खरीदने और मोटरबोट से खनन पदाधिकारी और फोर्स के साथ छापेमारी करने की रणनीति पर काम कर रही है उसके बावजूद लगातार अवैध बालू खनन को लेकर गोलीबारी में कई लोगों के मारे जाने की वारदातें सुनने को मिलती रहती है. हाल ही में बिहार के खनन व भूतत्व विभाग के मंत्री डॉ रामानंद यादव ने भी कहा है कि बिहार सरकार मोटर बोर्ड के जरिए खनन पदाधिकारी और फोर्स को भेजकर उन इलाकों में लगातार छापेमारी करेगी जहां से अवैध बालू खनन की सूचनाएं मिलती रहती है.
बिहार सरकार के नाक के नीचे राजधानी पटना के बिहटा इलाके में पिछले 15 घंटे से बालू माफियाओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई को लेकर गोलीबारी की घटना हो रही थी, लेकिन पुलिस के अधिकारियों को इसकी जब तक मिली तब तक चार से पांच लोगों को मौत हो चुकी थी.
घटना बिहटा थाना क्षेत्र के अमदाबाद इलाके की बताई गई सोन नदी से अवैध बालू निकासी को लेकर दो गुटों में बीती रात से ही गोलीबारी हो रही थी। जो सुबह 10 बजे तक लगातार होती रही। इस दौरान पुलिस ने यह जरुर माना कि गोलियों की आवाज जरुर मिल रही थी, लेकिन पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. यहां जिन दो गुटों में गोलीबारी हुई है, उनमें पहला गुट श्रीराय, सिपाही राय का था, वहीं दूसरी तरफ सूरज नारायण राय, ख्यात अपराधी शत्रुघ्न राय, मनोहर गोप, मुकेश सिंह का गुट शामिल था.
वहीं इस मामले में बिहटा पुलिस का कहना है कि 4 लोगों की मारे जाने की सूचना मिल रही है, लेकिन अभी तक किसी की लाश बरामद नहीं की जा सकी है. ऐसे में मारे गए लोगों की संख्या कितनी है, यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं की जा सकती है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.