बाबा नागेश्वर ने अपने सीने पर स्थापित किया इक्कीस कलश

नवरात्र विशेष

पिछले 27 सालों से सीने पर कलश स्थापना की रही है परंपरा




पचास किलो है सभी कलश का वजन

पटना।। राजधानी पटना के पुनाईचक स्थित नौलक्खा मंदिर में इस नवरात्र बाबा नागेश्वर ने अपने सीने पर इक्कीस कलश की स्थापना की है. बाबा ने बताया कि मां के प्रति सच्ची श्रद्धा का फल है जो मुझे शक्ति देती हैं और मैं नौ दिनों तक अपने सीने पर कलश रखता हूँ. हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है. मां दुर्गा की उपासना का पर्व साल में चार बार आता है. जिसमें दो गुप्त नवरात्रि और दो चैत्र व शारदीय नवरात्रि होती है.

मंदिर के संस्थापक और हम नेता विजय यादव ने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन के आधार पर मां दुर्गा की सवारी के बारे में पता चलता है. नवरात्रि में माता की सवारी का विशेष महत्व होता है. माता हाथी पर सवार होकर धरती पर आ रही हैं. हाथी पर माता का आगमन इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि इस साल खूब अच्छी वर्षा होगी और खेती अच्छी होगी. देश में अन्न धन का भंडार बढ़ेगा. 

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By pnc

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