कॉपरेटिव कॉलोनी में दिखा अजगर, वन विभाग ने दिखाया उसे उसका घर

आरा. रविवार को को-कॉपरेटिव कॉलनी आरा में उस वक्त हड़कम्प मच गया जब एक एक घर मे अजगर निकलने की खबर फैली. जहाँ कॉलोनी के नरेन्द्र पाठक एवं अजय मौआर अपने घर के पास अजगर देखने के बाद दहशत में थे. उनके चेहरे की हवाइयां उड़ी हुई थी. वैसे में लोगों की जमात भी आसपास उस अजगर को देखने के लिए ऐसे जमा हो गयी जैसे बारात में कोई नाच का प्रोग्राम हो.




खैर हो-हल्ला, दिल की बढ़ी धड़कनों और अजगर को देखने आई जमात के बीच कुछ स्थानीय लोगों की शानदार भूमिका फिल्मों के उस नायक की तरह रही जो सही वक्त पर आ सबकुछ सही कर देते हैं. इस स्थानीय लोगों में विशेष भूमिका रही अभिषेक तिवारी का,जिन्होंने अपनी सूझ-बूझ से अजगर को पकड़ कर अपने पार्षद प्रतिनिधि अमरेन्द्र चौबे को सूचना दिया. सूचना मिलते ही अमरेन्द्र चौबे ने त्वरित गति से सदर अनुमंडल पदाधिकारी आरा को इसकी जनकारी दी और वन विभाग के लोगो की मांग की. सदर अनुमंडल पदाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने इसे गम्भीरता से लेते हुए अविलंब वन विभाग के टीम को स्थल पर जाने का निर्देश दिया. फिर मौके पर शमशेर सिंह व चन्दन कुमार के नेतृत्व में वन विभाग के टीम पहुंची. जब टीम ने पकड़े हुए साँप का जायजा लिया तो उन्होंने उक्त साँप को अजगर ही पाया.

इसके बाद वन विभाग की टीम लोगों द्वारा पकड़े गए अजगर को अपने साथ ले गयी और अजगर को सूझ-बूझ और तत्परता

से पकड़ने के लिए सभी स्थानीय लोगो को धन्यवाद दिया. जंगल से भटके इस अजगर को अपना घर शायद नही मिल पा रहा था. अब वजह यह है कि इंसानों ने जंगल काट कर हर जगह घर बना लिया है. ऐसे में वन्य जीवों के लिए उनका घर पहचानना किसी आफत से कम नही है. क्योंकि हर रोज बनते कॉन्क्रीट के ये जंगल वन्य जीवों के वर्तमान के निवास को भी पहचानने में दिक्कत दे रहे हैं. वो तो भला हो कॉपरेटिव कॉलोनी के ऐसे समझदार लोगों का जिन्होंने अजगर को मारा नही बल्कि उसे पकड़कर वन विभाग को उसे सौंप दिया. अब उम्मीद है अजगर को उसे अपना आशियाना मिल ही जायेगा.

स्थानीय लोगों ने इस पूरे मामले को गंभीरता से ले त्वरित कार्रवाई करने के लिए स्थानीय पार्षद प्रतिनिधि सह चुनाव आयोग सेल भाजपा के संयोजक अमरेन्द्र को धन्यवाद दिया. साथ ही सभी लोगो ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी वैभव श्रीवास्तव को भी धन्यवाद दिया.

आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट

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