भोजपुरी महोत्सव में अश्लीलता के सवाल पर बवाल, कार्यक्रम कैंसिल

By om prakash pandey Dec 30, 2018

खेसारीलाल का प्रोग्राम आरा में हुआ रद्द
भोजपुर जिला प्रशासन का अश्लीलता के खिलाफ कड़ा एक्शन

आरा, 30 दिसम्बर. शहर के रमना मैदान में स्थित वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में 31 दिसम्बर को भोजपुरी का एक कार्यक्रम होना तय था. भोजपुरी महोत्सव के नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में गीत और नृत्य का कार्यक्रम होने वाला था जिसमे भोजपुरी के अश्लीलता का सिरमौर बन चुके खेसारी लाल यादव,काजल राघवानी, और यश मिश्रा समेत कई कलाकार इस कार्यक्रम में अपना जलवा बिखेरने वाले थे. कार्यक्रम की जानकारी पोस्टर के माध्यम से पिछले कई दिनों से प्रचारित की जा रही थी. कार्यक्रम आरा की H B इवेंट कम्पनी द्वारा आयोजित थी.




कार्यक्रम के नाम ‘भोजपुरी महोत्सव’ को लेकर लोगों में बहस छिड़ी थी कि भोजपुरी महोत्सव में खेसारी लाल जैसे अश्लील गायक को बुला कर आयोजक कौन सा जिले का नाम बढ़ाने वाले हैं. इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्टर के साथ विवाद छिड़ गया था.

आयोजकों का दावा था कि भले ही गायक कोई आये पर अश्लील प्रस्तुति नही होगी. लेकिन अश्लीलता के खिलाफ अग्रणी भूमिका निभाने वाले भोजपुर जिला वासियों ने ऐसे आयोजन के खिलाफ जिला प्रशासन से ऐसे आयोजन को रद्द करने की गुहार लगाई. जिला प्रशासन से इस कार्यक्रम को रद्द करने के लिए दिए गए आवेदन में संगठनों ने कार्यक्रम होने की स्थिति में इसका पुरजोर विरोध करने की चेतावनी भी दी थी. फिर क्या था जिला प्रशासन ने आयोजन में आने वाले कलाकारों के विगत हाल-फिलहाल की कुंडली निकाली और यह पाया कि इनके जहाँ भी हाल के दिनों में कार्यक्रम हुए हैं वहाँ भगदड़ और मारपीट की घटनाएं हुई हैं.

इतना ही नही यहाँ तक कि देवघर जैसे जगह में भी एक निजी चैनल के कार्यक्रम में सावन गीत के शूट के वक्त दर्शकों ने अश्लील गीतों की डिमांड की जिससे मामला बिगड़ गया और भगदड़ मच गई थी. जिला प्रशासन को ऐसे ही भगदड़ की आशंका हुई जिसके चलते कार्यक्रम को रद्द करने का आदेश दिया है.

SDO, Ara

अनुमंडल पदाधिकारी सदर अरुण प्रकाश ने इस आशय की जानकारी देते हुए बतलाया कि ऐसी सूचना प्राप्त हो रही है कि खेसारी लाल यादव के प्रोग्राम में भीड़भाड़ ,मारपीट एवं भगदड़ की स्थिति पैदा हो जाती है. इस स्थिति को देखते हुए अनुमंडल पदाधिकारी ने विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका को देखते हुए इस आयोजन पर रोक लगा दिया है तथा इस आशय की सूचना आयोजनकर्ता को दे दिया गया है.

जिला प्रशासन के इस निर्णय के बाद बुद्धिजीवियों और भोजपुरी प्रेमियों में खुशी की लहर है. जबकि दूसरी ओर कार्यक्रम के लिए टिकट बुक कराने वालों और आयोजकों में गम का माहौल है. जिला प्रशासन के इस आदेश से खुशी से लबरेज एक तबके ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर के साथ इसे भोजपुरी के लिए अच्छा कदम बताया है. वही भोजपुरी बचाओ अभियान,युवा कांग्रेस कमिटी,अम्बा, अँखुआ,हमार भोजपुरी हमार अभिमान, आखर, अभिनव & एक्ट, सर्जना, नेशनल साइंटफिक एन्ड रिसर्च ट्रस्ट और भोजपुरिया जन मोर्चा समेत दर्जनों सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों ने जिला प्रशासन द्वारा उठाये गए इस कदम के लिए धन्यवाद दिया है. लोगों का कहना है कि अगर भोजपुर प्रशासन इसी तरह भोजपुरी के सम्मान के लिए एक्शन में रहा तो जिला दुनिया में भोजपुरी के लिए मिसाल बनेगा.

आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट

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