राज्य में माफिया चला रहे हैं सरकार
पुलिस को चुनौती देकर करते हैं कारोबार
राज्य में पत्थर एवं बालू माफियाआें पर सरकार और पुलिस लगाम लगाने में नाकाम है और अवैध पत्थर कारोबारी प्रशासन और पुलिस को चुनौती देते हुए अवैध करोबार कर रहे हैं. उक्त बातें बिहार विधान सभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक अरूण कुमार सिन्हा ने कही.
उन्होंने कहा कि राज्य में पत्थर एवं बालू माफियाआें का अवैध कारोबार फैला हुआ है. प्रशासन और पुलिस की मदद से यह कारोबार फल-फूल रहा है. इन अवैध कारोबारियों के हाथ इतने लम्बे हैं कि जो भी कर्मठ पुलिस अधिकारी छापेमारी करने जाता है उसकी जान लेने की कोषिष की जाती है परन्तु सरकार अब तक इस अवैध कारोबार को रोकने में विफल साबित हो रही है. वहीं पटना जिला के विक्रम में बालू के अवैध खनन को लेकर भीषण गोली-बारी की घटना घटी.
सिन्हा ने कहा कि पुलिस और प्रशासन के कुछ लोग इन माफियाओं से मिले हैं जिसके कारण छापामारी होने के पूर्व ही इन लोगों को इसकी सूचना मिल जाती है. सिन्हा ने कहा कि रोहतास में दैनिक भास्कर के पत्रकार धर्मेन्द्र कुमार की हत्या के पीछे भी इन्हीं माफियाओं के हाथ होने की आशंका है चूँकि धर्मेन्द्र का घर अमरा तालाब के पास है, जहाँ पत्थर का अवैध खनन होता है और क्रषर मंडी भी है.