केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा काला धन घोषणा योजना के माध्यम से 65 हजार 250 करोड़ रुपए की सम्पत्ति घोषित होने की बात कही गई. जिसे 64, 275 लोगों ने घोषित किया. साथ ही वित्त मंत्री द्वारा 56, 378 करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता लगाकर कब्जे में लेने की जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि एचएसबीसी की लिस्ट से तकरीबन 8,000 करोड़ रुपयों का टैक्स मूल्यांकन पूरा हो गया है.
इस दौरान अरुण जेटली द्वारा सरकार के द्वारा कर चोरी रोकने के लिए कदम उठाए गए कदमों की तारीफ की. साथ ही कहा कि सरकार द्वारा दिए गए आंकडें अस्थायी है. इसमें संशोधन की गुंजाइश भी हो सकती है.पिछले काफी समय से सरकार पर काले धन को वापस लाने और देश में छिपे हुए काले धन को खोज निकालने का दबाव था. दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी जी द्वारा इसे लेकर वादा किया था. जिसके बाद से ही विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर पीएम को घेरता रहा है. हालांकि वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि जो आंकड़े वो इस वक्त दे रहे हैं वो रिविजन के बाद बदल भी सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने टैक्स छिपाए जाने के चलन को कम करने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं.