पटना । कला और शिल्प के 60 से अधिक छात्र और राज्य के अन्य कलाकारों ने सोमवार को मौर्या लोक परिसर में विवेकानंद प्रतिमा के उत्तरी बाड़ के पास ‘Public art of Gallery’ पर अपनी रचनाओं का प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शनी, “आर्ट पार्टी 2018” नए साल के समारोह का हिस्सा था.
“राज्य और देश की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ हम यह नया साल मना रहे हैं. कला के सार्वजनिक प्रदर्शन और प्रदर्शनी अन्य संस्थानों जैसे शांती निकेतन, जे.जे. कॉलेज ऑफ आर्ट्स (मुंबई) और बीएचयू में आयोजित की जाती है. पटना में, हमारे पास कला वस्तुओं की सार्वजनिक प्रशंसा की परंपरा नहीं थी” – आयोजकों में से एक संजीव कुमार ने कहा.
पटना यातायात एसपी प्राणतोष दास ने भी अपने संग्रह से करीब एक दर्जन से अधिक ‘ड्र्रिफ्टवुड आर्ट’ आइटम प्रदर्शित किए. दास ने कहा, “सचमुच, ड्रिफ्टवुड लकड़ी की वस्तुओं को तट पर या बड़े नदियों के किनारों पर धोया जाता है. इनके आकार, साइज़ और चिकनाई प्रकृति और पानी, हवा और बैक्टीरिया जैसे तत्वों द्वारा दी जाती हैं,” उनके अनुसार उन्होंने जंगलों से वृक्षों की जड़ों और शाखाओं के बहुत सारे अवशेष एकत्र किए हैं.
प्रदर्शनी के लिए कला-वस्तुओं का चयन पांच विषयों पर था – पेंटिंग्स (मिथिला और अन्य भारतीय शैलियों), मूर्तिकला, व्यावहारिक कला, ग्राफिक्स और फोटोग्राफी. वे कॉलेज ऑफ आर्ट्स और क्राफ्ट के फॉरएवर फाइव आर्ट्स ग्रुप (एफएफएजी) के बैनर के तहत प्रदर्शन पर थे.
इस तरह के “आर्ट पार्टी” का आयोजन पहली बार 2016 में इसी स्थान पर आयोजित किया गया था. वर्तमान प्रदर्शनी श्रृंखला में दूसरा है.” कॉलेज के एक वरिष्ठ कला छात्र ऋषु नील नीतेश ने कहा, “यह परंपरा जारी रहेगी”. नितेश एफएफएजी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. उन्होंने तीन-आयामों में फाइबर ग्लास से बना ‘महिमा’ शीर्षक वाली अपनी मूर्ति भी प्रदर्शित की थी.
कई लोग इस अनुषंगी सार्वजनिक आर्ट गैलरी को देखने पहुंचे थे. इसका उद्घाटन कॉलेज ऑफ आर्ट्स और शिल्प के प्रभारी प्रिंसिपल अजय पांडे और चित्रकार श्याम शर्मा ने किया. इस प्रदर्शनी में पटना की महापौर सीता साहू और उप-महापौर विनय कुमार ‘पप्पू’ भी शामिल हुए.
पटना ट्रैफिक एसपी का बाइट –
(ब्यूरो रिपोर्ट)