डिवाईन सोशल डेवलपमेंट आर्गनाईजेशन पटना व निर्माण रंगमंच,हाजीपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘नटलीला 2022’
नाटक गंगा स्नान में कहानी के माध्यम से कलाकारों ने प्रदर्शित किया. कहानी में मलेछू की मां की इच्छा है कि वो गंगा स्नान करें। मलेछू मां को साथ ले चलता है। लेकिन अपनी पत्नी के कहने पर मां को पांच लात मारता है और सारा मोटरी ढोने की शर्त पर साथ ले चलता है। गंगा स्नान के मेला में मलेछू अपनी मां को अकेला छोड़ देता है। मेले में ही मलेछू बहू से एक ठग धर्माचार्य उसके सारे गहने लूट लेता है। तब मलेछू बहू और मलेछू को अपने मां के साथ किये गलती का एहसास होता है। दोनों मिलकर अपनी मां को ढूंढते है। माफ़ी मांगते है फिर गंगा स्नान करते हैं। नाटक में भिखारी ठाकुर ने आज के परिवार में उपेक्षित बुजुर्गो और ठग धर्मचार्यो को मुद्दा बनाया है। नाटक “गंगा-स्नान” जिसके लेखक है भिखारी ठाकुर .
इस नाटक की परिकल्पना व निर्देशन : मनोज कुमार सिंह,संगीत : लोक संगीतकार श्याम शर्मिला,गायन : श्याम शर्मिला,हरिशंकर निरालावादन : सुरजकांत पांडेय, अभय ओझा, लक्ष्मण दुबे,,कलाकार : रागिनी कश्यप, ऋतु पांडेय,आशा पाण्डेय,लवकुश सिंह,नीतीश पांडेय,साहेब लाल यादव,, मुकेश कुमार,लड्डू भोपाली,रोहन पाठक,ओम जी पाठक, राजा व डॉ पंकज भट्ट मेकअप व कॉस्ट्यूम – ओम प्रकाश पांडेय व मनोज श्रीवास्तवमंच सज्जा : कमलेश कुंदन,प्रकाश : जफर आलम(पटना),दल संयोजक : मनोज श्रीवास्तव थे .
हाजीपुर से ओ पी पांडेय