नहीं थम रही ट्रेन में लूटपाट की घटनाएं
आरा के बिहियाँ के पास महानन्दा एक्सप्रेस में लूट
विरोध करने पर यात्री को चाकू मारकर किया घायल
रेल में आये दिन लूट की घटनाओं ने रेल यात्रियों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिया है. एक तरफ नई तकनीक और भरपूर सुरक्षा यात्रियों को मुहैया कराने का रेलमंत्री सुरेश प्रभु दावा करते हैं वही आए दिन हो रही इन घटनाओं ने उनके वादों की पूंगी बजा दी है. घटनाओं की कड़ी में पटना से मुगलसराय की तरफ जा रही महानंदा एक्सप्रेस(15483) में गुरुवार को अपराधियों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया. घटना आरा के बहियां स्टेशन के पास हुई. सवारी डब्बे में घुसे चोरों की यात्री आशुतोष कुमार के साथ भिड़ंत हो गई. विरोध करने पर अपराधियों ने उसे चाकू मार दिया. जो कंघे और पीठ के बीच लगा. इस बीच अपराधी भाग निकले. घायल यात्री ने बताया कि वह पटना से मुगलसराय जाने के लिए सवार हुआ था. संयोग से चाकू का जख्म शरीर में किनारे लगा है. जिसके कारण उपचार के बाद आगे जाने दिया गया. घटना के बाबत पूछने पर रेल पुलिस बक्सर ने कहा यात्री यहां नहीं रुका. उसने कहा अपनी शिकायत मुगलसराय में लिखकर दे देगा. उनका पता ले लिया गया है. वे मूल रुप से भभुआ(कैमुर) के रहने वाले हैं. पूछताछ में पता चला कि अपराधियों की संख्या तीन-चार के लगभग थी.
बताते चलें कि अभी 32 दिन पहले भी एक ट्रेन बड़े हादसे से बाल-बाल बची थी. दानापुर और मुगलसराय के इसी खंड पर राजधानी जैसे शीर्ष ट्रेन को भी अपराधियों ने अपना निशाना बना लूट को अंजाम दिया था. लेकिन आरपीएफ ने अपनी किरकिरी से बचने के लिए किसी लूट की घटना से इंकार किया था. जब जांच में बात सच निकली तो 6 आरपीएफ वालों को सस्पेंड किया गया था. सभी ट्रेनें पुस्तक,गुटखा,चाय,फल और कई वस्तुओं को बेचने से लेकर गुंडे-मवाली, तमाशा दिखने वाले बच्चे, रुमाल-मोजे बेचने वाले ,भीख मांगने वाले और थर्ड जेंडर तक की कमाई का अड्डा है. इनलोगों से ना तो कभी पुलिस टिकट पूछती है और ना ही कभी ऐसे लोगों को बोगी से बाहर ही करती है. ऐसे में घटनायें तो हमेशा होती रहेंगी. क्या इनके लिए कोई उपाय है रेल मंत्री के पास.
आरा से ओपी पांडे