हाजत में बंद हुआ दूल्हा, तब हुआ शादी के लिए तैयार

By Amit Verma Jun 8, 2017

भोजपुर जिले में अजीबो-गरीब घटनाये सुनने और देखने को मिलती हैं. कभी दूल्हा के भाग जाने की तो कभी दूल्हा के गायब होने और थाने में शादियाँ तक की घटनाएँ याहं ऍम बात है. घर से भागकर शादी करने वालों को आपने हाजत में जरूर देखा होगा लेकिन इस बार इस हाजत की कहानी थोड़ा अलग है. जब दूल्हा हाजत में हुआ बंद तो शादी के लिए तुरंत हो गया तैयार. जी हां क्या था मामला आइये हम बताते हैं आपको…

भोजपुर जिले के अगिआव बाजार थाना क्षेत्र के अकरही गांव निवासी राम प्रवेश सिंह की पुत्री गीता की शादी पीरो थाना क्षेत्र के संन्या गांव निवासी वीरा सिंह के पुत्र अनील कुमार के साथ सोमवार की रात विवाह होनी थी. तय समय पर बारात बारातियों के साथ भी पहुंची. दरवाजे पर बारात भी लगी और शामियाना में बारात लगाने के बाद बाराती दूल्हे के साथ पहुंचे. यहीं से हठी दूल्हा की कहानी शुरू हुई. शामियाना में नाच भी था. बाराती और शराती दोनों देख रहे थे. तभी बारात में आया एक कथित नशे में धुत होकर युवक नर्तकी के साथ नाचने और छेड़खानी करने लगा. बारातियों को जब नर्तकी के साथ छेड़खानी करने के लिए शराती(लड़की पक्ष) के लोगों ने मना किया तो विवाद ने यही जन्म लिया और शुरू हो गया बाराती एवं शराती में मारपीट. मारपीट ने रंग में भंग कर दिया. यहीं से हठी दूल्हा ने रंग बदलना शुरू किया और शादी नहीं करने की बात कहने लगा. अचानक दूल्हे के बदले रंग को देख कर लड़की वालों के होश उड़ गए.




इधर दुल्हन गीता एवं उसके परिजनों ने जब सुना तो रोना पीटना लग गया. दुल्हन गीता का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. लड़की पक्ष के लोग लगातार समझाते रहे लेकिन दूल्हा के साथ-साथ बाराती और उसके परिजन भी मानने को तैयार नहीं थे. मामला मुखिया सरपंच के साथ-साथ अगिऑव बजार थानाध्यक्ष दीनानाथ के पास पहुंचा. मुखिया सरपंच तो पहले ही हार मान चुके थे लेकिन अगिऑव बाजार थाना प्रभारी दीनानाथ ने समझाना नहीं छोड़ा. दूल्हा अनील उसके पिता वीरा सिंह उसके मामा तथा उसका भाई मानने को तैयार नहीं था. पहले तो जिद पर अड़े थे की शादी ही नहीं करुंगा फिर कहने लगा शादी तो करुंगा लेकिन आज नहीं करुंगा फिर बोला इस मंडवा(मंडप) में शादी नहीं करुंगा. दूल्हे के बार-बार बदलती बातो से गांव वालों से लेकर मुखिया और सरपंच तक परेशान हो उठे. उन्हें लगा कि अब बात नहीं बनेगी उनके समझाने की शक्ति अब जवाब दे रही थी. ऐसे में अगिऑव बाजार थानाध्यक्ष दीनानाथ में हार नहीं मानी और हठी दूल्हे अनिल को लगातार समझाते रहे. यहां जब सिर से पानी ऊपर जाने लगा तो थानाध्यक्ष ने अंतिम चाल चली और उन्होंने दूल्हे अनील को तो सलाखों के पीछे बंद कर दिया साथ ही पिता, वीरा सिंह (भाई एवं मामा को भी डाल दिया). बस यह युक्ति काम कर गई जेल जाने के भय ने दूल्हा अनील की हेकड़ी तो गायब कर ही दी पिता भाई मामा भी होश में आ गए.

 

जैसे ही लगा कि वह जेल जाने वाले हैं एेसे मे थाना कैंपस में ही हाजत से कुछ दूर बैठे अगिआंव बाजार थाना प्रभारी को आवाज लगाई, ‘ए दरोगा बाबू तनी खोली ना हजतवा के ताला, शदिया के खातीर त तईयारे बानी हम’.. अचानक हठी दूल्हे के बदले तेवर को देख थानाध्यक्ष दीनानाथ के पास बैठे मुखिया और सरपंच चौक गए. उन्होंने देखा कि थानाध्यक्ष मंद-मंद मुस्कुरा रहे थे उनके चेहरे पर सुकून का भाव और नेक कार्य करने की खुशी साफ झलक रही थी. जो शादी सोमवार की रात में होनी थी वह शादी मंगलवार की रात में संपन्न हुई दुल्हन ने मांग में सिंदूर भी डाला मंगलसूत्र भी पहनाया और और हंसी-खुशी दूल्हा अनील अपनी दुल्हन गीता को लेकर बारातियों के साथ लौट गया.

 

आरा से ओपी पांडे

Related Post