आरा में कई जगह पंडालों और मूर्ति के अपने अपने स्वरूप जहाँ लोगों को लुभा रहे हैं वही मौलाबाग स्थित दुर्गा पूजा पंडाल में ऐसी खुली व्यवस्था जो पूरे जिले में सबसे अलग है. वैष्णव देवी दरबार के कांसेप्ट को दिमाग में रखकर पहाड़, बर्फ़ औऱ झरनों के थीम को एक साथ पिरोने की शानदार कोशिश छोटू और उनके साथियों की है.
मजेदार बात यह है कि पूजा पंडालों के निर्माण में प्रोफेशनल जहाँ देश के कई भागों से बुलाये जाते हैं, यहाँ बच्चों ने इस विशाल पहाड़ और इसपे विराजमान को यह अनोखा स्वरूप खुद से दिया है. 15 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद बच्चों ने यह स्वरूप तैयार कर मौलाबाग वासियों का दिल जीत लिया है. आने जाने वाले लोग इसकी तारीफ करते थक नही रहे हैं, वही बच्चों के लिए यह फन पार्क हो गया है. मां का दर्शन करने वाले ज्यों ही गुफा में प्रवेश करते हैं थोड़ी देर में ही अंदर भूतों और चुड़ैल के मुखौटे में कलाकार लाइव नजर आते हैं जिसे देख अचानक से कोई भी डर जाता है.
आरा से ओपी पांडे