सड़क और रेल मार्ग कर दिया जाम

बिजली से परेशान ग्रामीणों ने किया रेलवे लाईन को किया बाधित
अधिकारियो के आश्वासन के बाद रेल सेवा हुआ शुरू




भीषण गर्मी में बिजली विभाग की निष्क्रियता के इस आधुनिक युग में भी अँधेरे में जीने को विवश हैं. अंधेरे में जीने के आदि बन गये लोगों की बार-बार फरियाद के बाद भी बिजली विभाग की कुम्भकर्णी नींद नहीं खुल रही है. लगभग 3 हफ़्तों से बिजली की कम वोल्टेज और अधिकांशतः गायब रहने के कारण आधुनिक युग आदि युग में तब्दील हो गया है. विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की जीहुजूरी के बाद भी विभाग ने कुछ नहीं किया तो लोग मजबूर हो सड़कों और रेलवे ट्रैक पर आ धमके. गर्मी की उमस पँर अधिकारियों के अनसुने रवैये ने जनता की क्रोध में जैसे घी डाल दिया और उन्होंने ट्रेन और सड़क को अवरुद्ध कर अपना गुस्सा जताया.

इसके बाद बीबीगंज के समीप आरा बक्सर मुख्य मार्ग पर सड़क जाम कर दिया .साथ ही दानापुर रेलमंडल के पटना मुगलसराय रेल खंड पर कारीसाथ स्टेशन के समीप बिजली मांग को लेकर स्थानीय गांव वालों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया जिसके कारण आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया. बीबीगंज, गंगहर पैठानपुर चकिया,बामपाली, बड़का गाँव,मिल्की, मसाढ़, नवादा बेन,खजुरिया, चितकुड़ी, गंगहर, कौशिक दुलारपुर, गजराजगंज सहित 30 गाँवों की बिजली ठप है, जिससे तंग आकर यह रोड ग्रामीणों ने जाम किया.

ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर के बड़े-बड़े टुकड़े रख दिए और सीमेंट के बड़े-बड़े बिजली के खंभे रख कर विरोध प्रकट करना शुरू कर दिया. जिसकी वजह से डाउन लाइन पर फरक्का, पटना साहिब शटल ट्रेन तथा अप लाइन पर कई ट्रेनों को घंटो खड़ा रहना पड़ा. ग्रामीणों के गुस्से की वजह से काफी देर तक कोई भी अधिकारी घटनास्थथल पर नहीं पहुंचे. 

बीबीगंज के समीप किया सड़क जाम

एक तरफ कारीसाथ गांव के ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक को जाम किया था. तो दूसरी तरफ सड़क को जामकर आवागमन अवरुद्ध कर दिया था. बीबीगंज के समीप सड़क जाम की वजह से आरा बक्सर एनएच 84 पर भी आवागमन कुछ देर के लिए बंद हो गया और वाहनों की लंबी कतार लग गई. रेल और सड़क मार्ग जाम होने की खंबर जिले में फैली तो अधिकारियों के पसीने छुटने लगे. इधर गुस्साए ग्रामीणों का कहना था कि जब तक गांव में बिजली नहीं पहुंचेगी तब तक हमारा आंदोलन नहीं रुकेगा. इधर सड़क जाम की वजह से आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया. घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय पुलिस लोगों से बार-बार आग्रह करती रही की सड़क जाम हटा दीजिए. लेकिन लोग नहीं मान रहे थे इस मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार आरा एवं बक्सर की तरफ काफी देर तक लग रही.

ग्रामीणों ने पहले ही दी थी चेतावनी

ग्रामीणों ने पूर्व में ही कहा था कि यदि बिजली हमारे गांवों में नहीं ठीक की गई तो इसका आंदोलन सड़क और रेल मार्ग पर होगा. ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की. बुधवार को सुबह रेलवे और सड़क मार्ग को निशाना बनाते हुए दोनों स्थानों पर ग्रामीणों ने एकजुट हो जाम कर दिया. ग्रामीणों का कहना था पिछले 15 दिनों से भगजोगनी की तरह टिमटिमाती बिजली पिछले 4 दिनों से गांव से गुल हो गयी है.

इधर बीबीगंज के समीप सड़क जाम करने के दौरान स्थानीय लोगों को माले नेता कयामुद्दीन का साथ मिला. और उन्होंने सड़क जाम कर कारीसाथ गांव के लोगों की मांग को जायज ठहराया.

क्या कहते हैं RPF इंचार्ज

RPF प्रभारी ने पटना नाउ को बताया कि कारीसाथ गांव के लोगों ने बिजली की मांग को लेकर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था. जिसे बाद में रेलवे अधिकारियों और RPF ने ग्रामीणों को समझाने के बाद रेल मार्ग को चालू करवाया. इधर बीबीगंज के पास जाम कर रहे लोग जिलाधिकारी और बिजली विभाग के अधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे हैं.

 

आरा से ओपी पांडे

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