बड़ा बाबू का बंद रहता है मोबाइल
कैसे होगा किसी घटना पर कार्रवाई
सूचना प्रौद्योगिकी के युग में मोबाईल एक बहुत ही बड़ी कड़ी है जिससे किसी भी व्यक्ति से सम्पर्क हो जाता है. इसके चलन के बाद मिलने और सूचना का आदान प्रदान कहीं गए बगैर ही लेने में आसानी ही गयी. जिस खबर के लिये घण्टो का सफर करना पड़ता था वो मिनटों में मिल जाता है. इससे सुविधा कई विभागों और अधिकारियों और कार्यालयों को हो गया लेकिन जब इस मोबाईल से बात ही न हो तो ये मुश्किल और उबाऊ से ज्यादा कुछ नहीं है. खासकर उस वक्त जब किसी ख़ास जरूरत के लिए मोबाईल पर सम्पर्क करना हो. भोजपुर जिले में कई ऐसे अधिकारी हैं जिनके मोबाइल पर फ़ोन लगाने पर वो या तो उठता नही है ये फिर बंद हो जाता है. लेकिन जब ये फोन दिन में ही बंद मिले तो??चौक गये ना? लेकिन ये हकीकत है आरा जीआरपी का. अगर आप दिन में आरा जीआरपी को फ़ोन लगाने की सोच रहे हैं तो भूल जाइए आपका फोन नहीं लगेगा. आज जब पटना नाउ ने 12.30 बजे अपराह्न में फ़ोन आरा जीआरपी के बड़ा बाबू को फोन लगाया तो फ़ोन बंद ही मिला. यकीं नहीं है तो खुद देख लीजिए इस वीडियो में यकीन हो जायेगा…
अब आप ही समझिये की कैसे होगा किसी घटना पर कार्रवाई जब जीआरपी से किसी की बात ही नहीं होगी। ऐसे कई और विभहाग है और अधिकारी जिनका बंद रहता है अधिकांशतः मोबाइल.अब देखते है कौन आता है पटना नाउ की पड़ताल में और क्या कोई अधिकारी इसपर कार्रवाई भी करता है या नहीं.