माफिया राज के खिलाफ बगावत कर अखिलेश ने की नई शुरुआत
नरभक्षी बन गए हैं डॉक्टर
शिक्षा माफियाओं की संपत्ति हो जब्त
जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि राजनीति का आने वाला समय अखिलेश यादव जैसे युवा नेताओं का ही है. उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में यदि अखिलेश यादव की पुनर्वापसी होती है तो नरेंद्र मोदी का विकल्प अखिलेश यादव ही बन सकते हैं. उन्होंने कहा कि शरद यादव, लालू यादव, नीतीश कुमार व मुलायम सिंह यादव जैसे नेताओं का समय बीत गया है. ये नेता आज की राजनीति में अप्रासंगिक हो गए हैं.सांसद पप्पू यादव ने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपराधियों, दलालों और माफियाओं के खिलाफ बगावत करके राजनीति की नयी दिशा तय कर दी है. आवश्यकता पड़ी तो उन्हें नयी पार्टी बनाकर चुनाव लड़ना चाहिए और अकेले दम पर नयी पारी की शुरुआत करनी चाहिए. सजायाफ्ता लोगों के साथ किसी प्रकार का गठबंधन नहीं करना चाहिए.
सांसद ने कहा कि पटना हाई कोर्ट को राज्य में क्लिनिकल एक्ट को लागू करने का निर्देश देना चाहिए. प्राइवेट जांच पर रोक लगायी जानी चाहिए और सरकारी या सहकारी स्तर पर जांच करने की व्यवस्था होनी चाहिए. आर्थिक लाभ के लिए डॉक्टर नरभक्षी बन गए हैं, उनका बहिष्कार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा माफियाओं की संपत्ति जब्त की जानी चाहिए. मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में रीएडमिशन और डोनेशन पर भी रोक लगायी जानी चाहिए. सांसद ने कहा कि सरकारी स्कूलों में ही कोचिंग की व्यवस्था की जानी चाहिए और प्राइवेट कोचिंग बंद होनी चाहिए. डाक्टर और शिक्षा माफिया दोनों समाज के दुश्मन हैं और इसके खिलाफ समाज को आवाज उठायी जानी चाहिए. पत्रकार वार्ता में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचंद सिंह व राजेश रंजन पप्पू और प्रदेश प्रधान महासचिव एजाज अहमद भी मौजूद थे.
इस दौरान भाजपा, राजद, लोजपा और जदयू के कई नेता और कार्यकर्ता जन अधिकार पार्टी (लो) में शामिल हुए. पार्टी में शामिल होने वाले सभी वैशाली जिले के हैं. जन अधिकार पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वालों में राकेश कुमार, राजीव कुमार सिंह, निरंजन कुमार, महेश पासवान, दिनेश यादव, सुबोध कुमार, गुड़िया देवी शामिल हैं. इन लोगों का स्वागत करते हुए सांसद ने कहा कि इससे पार्टी का जनाधार बढ़ेगा और पार्टी मजबूत होगी. पत्रकार वार्ता के बाद सांसद ने गर्दनीबाग जाकर धरना पर बैठे उर्दू व बंगला के शिक्षकों से मुलाकात की और उनकी मांगों के प्रति अपना समर्थन जताया.